नई दिल्ली: ईडी ने आज लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और छोटे बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ रेलवे टेंडर घोटाला मामले में चार्जशीट दायर किया है. अब इसको लेकर जेडीयू के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी लालू परिवार पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने कहा कि कई मजबूत सबूत हैं, ऐसे में कोई नहीं बचेगा. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बिहार की जनता को लूटने का काम किया है और पावर का गलत इस्तेमाल किया है. उनलोगों ने तेजस्वी यादव के लिए 750 करोड़ रुपये के मॉल बनाने के लिए तीन एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया. बता दें कि सुशील मोदी लगातार इस मामले को लेकर लालू परिवार पर हमला करते रहे हैं.
उधर आज जेडीयू ने भी लालू परिवार को निशाने पर लिया. जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि लालू परिवार को पैसे की हवस है. इतना ही नहीं उन्होंने मांग की कि तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी इस्तीफा दें. संजय सिंह ने कहा, ''लालू प्रसाद के पूरे परिवार का जो सच है वो सामने आ गया. इनका जो 15 साल का जंगल राज था और जो पैसे का हवस था, इन्होंने इतना पैसा कमाकर 29 साल में सम्पत्ति अर्जित कर लिया. तेजस्वी यादव अरबों में खेलने वाला व्यक्ति है. चार्जशीट दाखिल हो गया है तो अब तेजस्वी यादव को प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा देना चाहिए. राबड़ी देवी भी विधानपरिषद की नेता हैं उनको भी इस्तीफा देना चाहिए.’’
ईडी की चार्जशीट में हैं ये बातें
ईडी ने चार्जशीट में कहा है, ‘‘काफी महंगी जमीन से लैस वह कंपनी धीरे-धीरे राबड़ी देवी और तेजस्वी को ट्रांसफर कर दी गई. बहुत ही मामूली कीमत पर शेयर खरीद कर ऐसा किया गया.’’ ईडी ने कहा, ‘‘जमीन हासिल करने के लिए इस्तेमाल में लाई गई धनराशि संदिग्ध स्रोत से आई थी और मेसर्स अभिषेक फाइनांस कंपनी लिमिटेड नाम की एक एनबीएफसी का इस्तेमाल करके पी.सी. गुप्ता से जुड़ी कंपनियों के जरिए उसका धनशोधन किया गया था.’’
इसके बाद राबड़ी देवी और तेजस्वी ने उचित बाजार मूल्य से काफी कम कीमत पर मेसर्स डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के शेयर खरीदे थे. चार्जशीट के मुताबिक, ‘‘यह गौर करने लायक है कि राबड़ी देवी की ओर से शेयरों की खरीद के लिए इस्तेमाल किए गए धन सवालों के घेरे में हैं और तेजस्वी ने जिनसे शेयर खरीदे, उन्होंने वह शेयर अपने पास होने से इनकार किया है.’’ ईडी ने कहा कि उसने इस मामले में अब तक 44 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की है. सीबीआई ने भी कुछ समय पहले इस मामले में एक आरोप-पत्र दायर किया था.