नई दिल्ली: काले धन के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, अब ये बात सामने आई है कि नोएडा अथॉरिटी के पूर्व ओएसडी यशपाल त्यागी का बिल्डर से भी कनेक्शन है.


इस मामले में इनकम आयकर विभाग ने एक नामी बिल्डर और दिल्ली के दो कारोबारियों को नोटिस भेजा है. यही नहीं नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के खाते में 80 करोड रुपए भी मिले हैं. शक है कि नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में यशपाल त्यागी की बेनामी संपत्ति है.


इन छापों के दौरान हरिद्वार और गोवा में इंडस्ट्रियल प्लॉट का पता चला है. वाई पी त्यागी साल 2007 से साल 2012 तक मायावती सरकार के समय में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) थे.


इस छापे के दौरान त्यागी के घर, दफ्तर और उनके सहयोगियों के यहां छापे मारे गए. नोयडा में कुल चार जगहों पर छापेमारी की गई है.


वाईपी त्यागी पर आरोप है कि जब वो ओएसडी थे तब उन्होंने बिल्डरों को मनमाने ढंग से जमीनों का आवंटन किया. दावा किया जाता है कि उन्होंने बिल्डरों को काफी रियायतें दीं और बाद में इसका फायदा लूटा. सरकारी नौकरी छोड़ चुके त्यागी का नाम नोएडा हाउसिंग स्कीम घोटाले में भी है.