जम्मू: जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हथियारों को कश्मीर में सक्रिय आतंकियों तक पहुंचाने के लिए शनिवार को जम्मू के कठुआ जिले में ड्रोन वाली साजिश रची थी. पुलिस के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद यह हथियार दक्षिणी कश्मीर में सक्रिय अपने आतंकियों तक पहुंचना चाहता था.


जम्मू कश्मीर पुलिस के डायरेक्टर जनरल दिलबाग सिंह ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि जम्मू के कठुआ ज़िले के बॉर्डर आउट पोस्ट पंसर पर हथियारों की खेप लेकर भारतीय सीमा में घुसे जिस ड्रोन को मार गिराया गया था. उस ड्रोन के ज़रिये आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद दक्षिण कश्मीर में सक्रिय अपने आतंकियों तक हथियार पहुंचने की फ़िराक में था.


दिलबाग सिंह ने दावा किया कि जैश-ए-मोहम्मद दक्षिणी कश्मीर में सक्रिय अपने आतंकी अली भाई तक यह हथियार पहुंचाने की फ़िराक में था. गौरतलब है कि शनिवार को जिस पाकिस्तानी ड्रोन को बीएसएफ ने मार गिराया था उसके पेलोड से अमेरिका में बनी एक एम 4 राइफल, 2 मैगज़ीन और सात ग्रेनेड मिले थे. हथियारों की यह खेप मिलने के बाद बीएसएफ, सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने कठुआ ज़िले में पाकिस्तानी अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ व्यापक सर्च ऑपरेशन चला रखा है.


बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर के आई जी एनएस जम्वाल ने दावा किया था कि इस ड्रोन के जिस तरह की तकनीक लगी थी उसके द्वारा पाकिस्तान की कोशिश थी कि हथियारों की इस खेप को भारत में छोड़ यह ड्रोन वापस पाकिस्तान आ जाये. साथ ही उन्होंने दावा किया कि इस खेप को लेने के लिए कोई आतंकी या उनका कोई मददगार सीमा की इस तरफ मौजूद हो सकता है.


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