जम्मू: रविवार को घोषित जम्मू कश्मीर बोर्ड की बारहवीं की परीक्षाओ में सरकारी स्कूलों की पास पर्सेंटेज में पिछले साल के मुक़ाबले रिकॉर्ड 17 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की है. वहीं, इस साल के नतीजों में छात्राओं ने छात्रों से बेहतर प्रदर्शन किया है. कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अन्य राज्यों की तरह जम्मू कश्मीर में भी कुछ विषयों की परीक्षाएं नहीं हो पाई थीं.


जम्मू कश्मीर बोर्ड ऑफ़ स्कूल एजुकेशन की तरफ से जारी आंकड़ों में बताया गया है कि इन परीक्षाओं में कुल 33,779 छात्र-छात्राएं शामिल हुए, जिनमें से 26,139 ने इन परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की. इन परीक्षाओ में जहाँ 82 प्रतिशत छात्राएं पास हुईं, वहीं 73 प्रतिशत छात्र ही इन परीक्षाओ में सफल घोषित किये गए.

नहीं हो पाए थे कुछ विषयों के पेपर

गौरतलब है कि इस साल हुई बारहवीं की परीक्षाओं में कुछ विषयों के पेपर नहीं लिए जा सके थे, जिसके बाद छात्रों के हित में फैसला लेते हुए बोर्ड ने अकादमिक समिति की सलाह पर आनुपातिक अंक योजना के तहत छात्रों को अंक दिए थे.

वहीं, बोर्ड ने यह भी साफ़ किया है कि अगर कोई छात्र आनुपातिक अंक योजना के तहत दिए गए अंको से संतुष्ट नहीं है तो उनके लिए विशेष परीक्षा की व्यवस्था की जाएगी.

CBSE ने रद्द कर दी थी परीक्षाएं

कोरोना के कारण इस साल देशभर के सभी राज्यों में बोर्ड परीक्षाएं प्रभावित हुईं. देश के प्रमुख बोर्ड सीबीएसई ने तो आखिरकार दोनों कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया और छात्रों के नतीजे के लिए आनुपातिक अंक प्रणाली की व्यवस्था की है.

वहीं कुछ राज्यों ने परीक्षाएं रद्द कर छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने का फैसला भी किया था.

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