जम्मू: कोरोना वायरस को हराने के लिए ज़रूरी लॉकडाउन के चलते जम्मू में किसानों की दिक्कतें बढ़ गयी हैं. जम्मू में इन दिनों गेहूं की फसल पक कर तैयार है लेकिन मज़दूरों और कंबाइन हार्वेस्टर ना मिलने से किसान अपनी फसल काट नहीं पा रहे हैं.


जम्मू में इस साल बारिश जम कर हुई और फसल भी अच्छी हुई है लेकिन, परेशानी यह है कि किसानों को फसल काटने के लिए न तो मज़दूर मिल रहे हैं और न ही मशीनें. जम्मू के सीमावर्ती इलाके कानाचक के किसान देविंदर सिंह के मुताबिक इस बार उनके और हज़ारों किसानों को अजीब सी स्थिति से दोचार होना पड़ रहा है. उनके मुताबिक लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों के मज़दूर वापस अपने घर चले गये हैं और स्थानीय मज़दूर घरों से बाहर नहीं आ पा रहे हैं, जिसके चलते किसानों को अपनी फसल काटने के दिक्कत आ रही है.


जम्मू में फसलों की कटाई बैसाख से शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार अब तक कटाई शुरू नहीं हो पायी है. देविंदर सिंह बताते हैं कि अब अगर अगले एक सप्ताह तक इस फसल की कटाई शुरू नहीं हुई तो उनकी फसल बेकार हो जाएगी. उनका कहना है कि जल्द ही पंजाब से कंबाइन और हार्वेस्टर प्रदेश में नहीं पहुंचे तो उनको भारी नुक्सान होगा. किसान का कहना है कि पंजाब से कंबाइन और हार्वेस्टर की प्रदेश में जल्द एंट्री के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए. उनका कहना है कि जिस तरह से पंजाब से ट्रक को प्रदेश में आने की इजाज़त दी जा रही है उसी तर्ज़ पर कंबाइन हार्वेस्टर वालों को भी प्रदेश में आने की छूट दी जाये.


पाकिस्तानी सीमा की निगहबानी के साथ साथ सरहद के गांवों में‌ फेस मास्क, खाना और राशन बांट रहे हैं BSF के जवान



रमजान को लेकर कश्मीर प्रशासन ने की विशेष तैयारियां, पचास हज़ार से ज्यादा पारिवारों को मुफ्त राशन के साथ बांटी जाएगी रमजान किट