जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जौनपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जो पुलिस पर सवाल खड़े करता है. पुलिस ने एक अधेड़ शख्स के पैरों में जंजीर बांध दी और जब मामला मीडिया में आया तब जाकर उसे राहत मिल सकी.
खबर के मुताबिक सरायख्वाज़ा थाना इलाके में रहने वाले रामबली यादव का भाभी से झगड़ा हो गया. भाभी ने पुलिस को बुला लिया. रामबली की पुलिस के साथ भी जम कर नोंक-झोंक हुई जिसके बाद पुलिस ने उन्हें जमकर पीटा और पैरों में जंजीर बांध दी.
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पुलिस ने कहा कि अगर किसी ने मदद की तो उसे भी सजा दी जाएगी. इसके बाद तीन दिनों तक रामबली जंजीरों में जकड़ा रहा. वह बाजार में इसी स्थिति में घूमता रहा लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की. आखिर सभी को पुलिस का डर था.
रामबली के परिजन भी उसे छुड़ाने के लिए गुहार लगा रहे थे लेकिन कोई मदद नहीं कर रहा था. इसके बाद ये खबर मीडिया तक पहुंची तो एसपी से सवाल किए गए. पुलिस कप्तान ने जांच की बात कही और फिर कहीं जाकर रामबली को बेडियों से मुक्ति मिली.
लेकिन सवाल तो अब भी है कि आखिर कौन पुलिसवाले रामबली के गुनाहगार हैं और उनके खिलाफ विभाग क्या कार्रवाई करेगा?