मथुरा: कैसे राजनीतिक दल सत्ता में आने से पहले तमाम तरह के वायदे करते हैं और सत्ता में आने के बाद उन वादों से मुंह मोड़ लेते हैं उसका एक और उदाहरण सामने आया है. उत्तर प्रदेश के मथुरा के जवाहर बाग कांड में मारे गए पुलिस अधीक्षक (शहर) मुकुल द्विवेदी की पत्नी ने योगी सरकार के कामकाज पर प्रश्न चिह्न लगाते हुए कहा है कि न तो उन्हें न्याय मिल रहा है और न ही आदर.
मुकुल द्विवेदी की पत्नी अर्चना द्विवेदी ने बताया कि जवाहर कांड के समय बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने वादा किया था कि सरकार बनने के बाद उन्हें न्याय मिलेगा लेकिन आज तक कोई मिलने भी नहीं आया. उन्होंने कहा, ''जवाहर बाग का नाम पति के नाम पर किये जाने का वादा किया गया था लेकिन नहीं किया गया.''
आपको बता दें कि 2 जून 2016 को रामवृक्ष यादव द्वारा कब्जा किये गए जवाहर बाग को खाली कराने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. रामवृक्ष यादव के समर्थकों ने पुलिस पर हमला कर दिया था. इसी दौरान एसपी (सिटी) मुकुल द्विवेदी और एसओ संतोष कुमार यादव समेत 29 लोगों की मौत हो गई थी.
रामवृक्ष के समर्थक पेट्रोल बम, हथियार से लैस थे. इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है. मथुरा से विधायक और योगी सरकार में मंत्री श्रीकांत शर्मा ने जांच की कार्रवाई में देरी की बात स्वीकार की. हालांकि उन्होंने कहा कि जल्द ही जवाहर बाग का नाम शहीद मुकुल द्विवेदी के नाम पर रखा जाएगा.
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