वाराणसी: बैंककर्मी की हत्या के केस में आरोपी और किसानों के करोड़ों रूपये के बकायेदार सपा के पूर्व सांसद जवाहर जायसवाल को यूपी एसटीएफ़ ने अरेस्ट कर लिया है. उन्हें एमपी पुलिस के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन में एमोई के दमोह से गिरफ्तार किया गया है. उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि दमोह के एसपी विवेक अग्रवाल ने करते हुए बताया कि उन्हें उनके रिश्तेदार के घर से अरेस्ट किया गया है.
जवाहर जायसवाल के खिलाफ बीती चार दिसम्बर को वाराणसी के सीजेएम कोर्ट से नॉन-बेलेबल वारंट जारी हुआ था. इस मामले में जवाहर जायसवाल का बेटा गौरव जायसवाल भी वांछित है. इन दोनों पर वाराणसी पुलिस ने 25-25 हजार का इनाम घोषित कर रखा है. सीजेएम कोर्ट से एनबीडब्लू जारी होते ही दोनों बाप-बेटे फरार चल रहे थे. जवाहर जायसवाल की गिरफ्तारी के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही गौरव जायसवाल की भी गिरफ्तारी हो सकती है.
बता दें जवाहर जायसवाल की गिरफ्तारी के वाराणसी जोन की पुलिस जी जान से जुटी थी लेकिन कोई नतीजा न निकलते देख सीएम योगी ने इस मामले को यूपी एसटीएफ़ को सौंप दिया था. जिसके बाद यूपी एसटीएफ़ ने एमपी पुलिस के सहयोग से इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया है. जवाहर जायसवाल 23 अप्रैल 2012 को अर्दली बाजार निवासी बैंक कर्मी महेश जायसवाल की हत्या के मामले में भी वांछित थे. महेश को उसके भाई गुड्डू के धोखे में गोली मार दी गई थी.
पहले पुलिस ने इस हत्या के मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था लेकिन बाद में महेश के भाई गुड्डू की याचिका पर हाईकोर्ट के ने पुलिस को इसकी विवेचना फिर से करने का आदेश दिया. जिसके बाद इस हत्याकांड में जवाहर जायसवाल और उनके बेटे गौरव का नाम सामने आया. गुड्डू ने इस हत्याकांड का सूत्रधार गौरव जायसवाल को बताया था.
इसके आलवा जवाहर जायसवाल की तलाश महाराजगंज पुलिस को भी थी. जवाहर जायसवाल पर महाराजगंज जिले में किसानों का 23 करोड़ रुपए न अदा करने का मामला भी दर्ज है. इस मामले में भी महाराजगंज के डीएम ने वसूली वारंट जारी किया हुआ था. जवाहर जायसवाल की महाराजगंज में जेएचवी गडौरा चीनी मिल है. लिकर किंग के नाम से मशहूर पूर्व सांसद जवाहर जायसवाल की वाराणसी, लखनऊ सहित पूर्वांचल में काफी संपत्ति है.