पटना: बिहार की सियासत दिलचस्प होते जा रही है. आरजेडी और जेडीयू के करीब होने की खबरों के बीच अब एनडीए में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर खींचतान शुरू हो गई है. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ये एलान कर चुके हैं कि 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे इसबीच जेडीयू ने बड़े भाई होने की बात कहकर ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोक दिया है.


बिहार जेडीयू के नेता और विधायक ददन पहलवान ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार का ही वोट हैं. उन्होंने बिहार के सभी गांवों के लिए व्यवस्था किया है. चाहे वह स्कूल हो या फिर सड़क मुख्यमंत्री ने सभी का खयाल रखा है इसलिए नीतीश कुमार को छोड़कर बिहार की जनता किसी दूसरे को वोट देने वाली नहीं है.


ददन पहलवान ने आगे कहा, ‘’नीतीश कुमार पर लोगों को भरोसा है और कल सुशील मोदी जी ने भी विधानसभा में कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही आगामी चुनाव लड़ा जाएगा.‘’ जेडीयू नेता ने आगे कहा कि बाहर में जो मुख्यमंत्री चाहते है वहीं होता है. इन्होंने बिहार के लोगों के लिए बहुत कुछ किया है. बिहार को दंगा से मुक्त कराया और नरसंहार से मुक्त कराया.


जब उनसे सीधा सवाल किया गया कि क्या जेडीयू को ज्यादा सीट पर चुनाव लड़ना चाहिए तो उन्होंने कहा, ‘’ज्यादा सीट पर लड़ेंगे. ये हमारा भरोसा है. बिहार या केंद्र नेतृत्व भी जनता है कि नीतीश कुमार की क्या क्षमता हैं. अभी जो लोकसभा चुनाव हुआ है उसमें नीतीश कुमार के नाम पर हर जाति के लोगों ने वोट दिया है.’’


अब ददन पहलवान के दावे पर बीजेपी ने सीधा पटलवार तो नहीं किया लेकिन इशारों में ही अपनी मंशा जता दी. बीजेपी नेता और विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा, "ये बात फैक्ट है कि हम लोकसभा चुनाव में बराबर बराबर सीट पर लड़े थे और बराबर बराबर लड़कर एक सीट ज्यादा जीते थे. जब चुनाव नजदीक आएगा तो हमारा केंद्रीय नेतृत्व और हमारा प्रांतीय नेतृत्व बैठकर तय करेगा उसपर अभी कोई चर्चा नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में कोई फॉर्मूला आया तो उसी तरह निश्चित तौर पर राज्य हित में और दल हित में भी फॉर्मूला आएगा.


जब बीजेपी नेता से ये पूछा गया कि पिछले विधानसभा में तो जेडीयू ने ज्यादा सीट जीती थीं तो इसपर उन्होंने कहा कि लोकसभा में हम भी ज्यादा सीट पर जीते हैं लेकिन बराबर बराबर हमलोग लड़े.


बता दें कि बिहार में 2015 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू, आरजेडी और कोंग्रेस पार्टी तीनों दलों ने मिलकर महागठबंधन बनाया था. जेडीयू और आरजेडी दोनों बराबर बराबर सीटों पर लड़ी थी. लेकिन 2017 में महागठबन्धन छोड़ नीतीश फिर से एनडीए में शामिल हो गए. लोकसभा में बीजेपी और जेडीयू बराबर सीटों पर लड़े लेकिन केंद्र में मंत्रिमंडल में जेडीयू के शामिल ने होने के फैसले के बाद दोनों दलों के बीच मतभेद हो गया. ऐसे में जेडीयू चुनाव के बहुत पहले ही सीटों का बंटवारा तय करना चाह रहा है.


2015 विधानसभा चुनाव के नतीजे


कुल सीट- 243


आरजेडी- 80


जेडीयू- 71


बीजेपी- 53


कांग्रेस- 27


भाकपा (माले)- 03


एलजेपी- 2


आरएसएपी- 02


हम- 01