जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन के बचे खाने को पटना की सड़कों पर फेंका गया, राबड़ी देवी बोली- ये सरकारी पैसे की बर्बादी
रविवार को पटना के गांधी मैदान में जेडीयू के कार्यकर्ता जुटे थे. उनके लिए खाने पीने की व्यवस्था की गई थी. इसके बाद बचे हुए खाने को सड़कों पर फेंक दिया गया. राबड़ी देवी ने कहा कि ये सरकारी पैसे की बर्बादी है.
पटना: जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लेने आए कार्यकर्ताओं के स्वागत में बना खाना पटना की सड़कों पर फेंक दिया गया. आरोप है कि जेडीयू की विधान पार्षद के आवास पर कार्यकर्त्ताओं के ठहरने, खाने और नाच-गाने का इंतजाम हुआ था. कार्यकर्ताओं ने खाना खाया और फिर उसके बाद उनका मनोरंजन भी कराया गया. लेकिन अनुमान के मुताबिक या तो खाना नहीं बना या फिर ज्यादा बन गया इसलिए बच गया. पटना के गांधी मैदान में रविवार को जेडीयू के राज्य स्तरीय कार्यकर्ताओं की रैली थी.
कांग्रेस के प्रवक्ता और विधान परिषद के सदस्य प्रेमचन्द्र मिश्रा ने एक वीडियो शेयर किया और आरोप लगाया कि जेडीयू को उम्मीद थी कि उनके दो लाख से अधिक वर्कर आएंगे. खाना बना दो लाख लोगों का और आये कम लोग. 14 साल के सीएम की रैली में 14 हजार कार्यकर्ता आये. यह पर्याप्त है कि अब नीतीश कुमार से आम जनता का मोह भंग तो हुआ ही है उनके कार्यकर्ता का भी मोह भंग हो गया है.
वहीं बिहार सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मदन सहनी ने बचाव किया. मदन सहनी ने कहा कि ऐसी बात नहीं है. खाने वाले लोगों की कमी नहीं थी. हमलोगों ने जितना सोचा था उससे कहीं अधिक कार्यकर्ता आए. अलग-अलग जिलों से लोग आए. निश्चित रूप से यह सम्मेलन बहुत ही सफल रहा.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश सरकार पर सरकारी पैसा बर्बाद करने का आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के नाम पर सरकारी लूट हुआ है. मीडिया को ये दिखाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि ये लोग लोकसभा में गलती से जीते. कार्यकर्ता सम्मेलन के नाम पर रैली की गई जो फ्लॉफ रही. जमीन से उनका पैर खिसक गया है. जनता ने अब नीतीश कुमार को छोड़ दिया है. अगर जनता मानती तो पूरा पटना लोगों से पटा हुआ होता. पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अपहरण और रेप रुक नहीं रहे हैं. कानून क्या रहा है वो सब जनता देख रही है.