लखनऊ: केन्द्रीय मंत्री उमा भारती अब फर्जी एनकाउंटर केस में फंसे बीजेपी नेताओं के समर्थन में आ गई हैं. उन्होंने इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी भी लिखी है. मामला यूपी के झांसी का है, जहां एक थानेदार और एक अपराधी की बातचीत सोशल मीडिया में वायरल हो गई थी. इसमें पुलिसवाला उस अपराधी से बीजेपी नेताओं से सेटिंग कर एनकाउंटर से बचने की सलाह दे रहा था. झांसी के विधायक राजीव सिंह और पार्टी के ज़िलाध्यक्ष संजय दूबे आरोपों के घेरे में हैं.


केन्द्रीय पेय जल और स्वच्छता मंत्री उमा भारती की मानें तो अपराधी लेखराज सिंह यादव से बीजेपी नेताओं की जान को खतरा है. अगर लेखराज सिंह यादव पकड़ा नहीं गया तो कभी भी कुछ भी हो सकता है. बीजेपी विधायक राजीव सिंह और पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय दूबे पुलिस पर उसके एनकाउंटर का दबाव बना रहे थे. उभा भारती कहती हैं कि उनके कहने पर ही बीजेपी नेताओं ने यादव की गिरफ़्तारी की मांग की थी. लेकिन मऊरानीपुर के थानेदार सुनीत सिंह की गलती से वो भागने में कामयाब रहा.


फोन पर दोनों की जो बातचीत सामने आई थी. उसमें थानेदार ने यादव से कहा था, “मुझ पर बीजेपी के विधायक जी और ज़िलाध्यक्ष जी का बहुत दवाब है. अगर तुम बचना चाहते हो तो दोनों से कुछ ले दे कर सेटिंग कर लो नहीं तो मैं फिर तुम्हें ठोक दूंगा.” यादव सिंह तब से फरार है. पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई है. लेकिन जब यादव और थानेदार की बातचीत एबीपी न्यूज़ पर चली तो यूपी पुलिस के एनकांउटर की पोल खुल गई. देशभर में यूपी पुलिस की जगहंसाई हुई. यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने थानेदार को पहले निलंबित किया और फिर उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया.


उमा भारती मीडिया पर इस पूरे मामले को गलत ढंग से बताने का आरोप लगा रही है. वे कहती हैं, “मीडिया ने थानेदार और अपराधी की बातचीत को दुर्भावनापूर्ण तरीके से दिखाया.” उमा भारती ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेखराज यादव की तुरंत गिरफ़्तारी की मांग की है.