झांसी: झांसी में पानी की समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने सभी धुलाई सेंटरों को बंद करने के निर्देश जारी किये हैं. नगर निगम को भेजे पत्र में कहा गया है कि इस आदेश को तत्काल लागू कराया जाए. बता दें कि इस इलाके में पानी की समस्या अब बहुत पुरानी हो गई है. गर्मी में पानी की समस्या कुछ ज्यादा ही गहरा जाती है.



वाटर लेबल घटने का खतरा


शहर में पानी की कमी को देखते हुए जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने पानी बचाने के लिए नगर निगम को एक पत्र जारी किया, जिसमें निर्देश दिया गया कि धुलाई सेंटर अनावश्यक रूप से भूगर्भ जल का दोहन कर रहे हैं. इससे वाटर लेबल घटने का खतरा है. इसलिए धुलाई सेंटरों को तत्काल बंद किया जाए.


चोरी से चल रहे हैं धुलाई सेंटर
अपर नगर आयुक्त रोहन सिंह ने बताया कि नगर निगम ने सभी थानाध्यक्षों को पत्र भेजकर सूचित किया है कि यदि कोई धुलाई सेंटर खुला पाया जाए तो उसपर सख्त कार्रवाई हो. बता दें कि जिलाधिकारी के इस सरकारी फरमान को हवा में उड़ा दिया गया है. धुलाई सेंटर चोरी छिपे वाहनों को धो रहे हैं. कार और दो पहिया वाहन जो कि अब तक सड़कों के आसपास धोए जाते थे. उन्हें पर्दे के पीछे धोया जा रहा है.



बड़ागांव इलाके में सूख गए हैं हैण्ड पम्प 


शहर के बीच जीवन शाह तिराहे के पास स्थित धुलाई सेन्टर बेखौफ होकर भूजल का दोहन कर रहा है.पानी के लिए आम जनता को काफी दूर का सफर तय करना पड़ रहा है. झांसी से सटे बड़ागांव इलाके में कई हैण्ड पम्प सूख गए हैं. बचावली और गोरामछिया क्षेत्र में पानी की खासी किल्लत है. पानी के लिए लोगों को बहुत दूर से लाना पड़ रहा है. जो हैंडपंप पानी दे रहे हैं उन्हें घंटो चलाने पर एक बाल्टी पानी निकल पाता है क्योंकि भूजल का स्तर घट गया है.