झांसी: झांसी रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ इंस्पेक्टर की मुस्तैदी से एक अनहोनी होने से बच गई, सतर्क आरपीएफ इंस्पेक्टर ने एक युवती को बिकने से बचा लिया. आरपीएफ इंस्पेक्टर अशोक कुमार यादव ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर संदिग्ध गतिविधियां चल रहीं हैं. इसी आधार पर उन्होंने दो महिलाओं समेत एक शख्स से पूछताछ की.


 मानव तस्करी से जुड़ा हुआ था मामला


पूछताछ में जो तथ्य निकलकर सामने आया उसने आरपीएफ को हिलाकर रख दिया. पूरा मामाला मानव तस्करी से जुड़ा हुआ था. वहां एक लड़की को बेचने का सौदा हो रहा था जिसकी कीमत 15000 रुपए लगाई गई थी. दिल्ली निवासी दिनेश सिंह ललितपुर की रहने वाली दलाल किरन के साथ एक ग्वालियर निवासी युवती का 15000 रुपए में सौदा कर रहा था.


 ग्वालियर के बहोड़पुर थाने में दर्ज था लड़की के अपहरण का मुकदमा


किरन उससे कुछ ज्यादा पैसे मांग रही थी, मगर वह कह रहा था कि आजकल मार्केट में 10 हजार में ही लड़कियां मिल जाती हैं. युवती का ग्वालियर के बहोड़पुर थाने में अपहरण का मुकदमा भी दर्ज किया गया है.


तमिलनाडु और दिल्ली घूमाने के बाद झांसी में तय हुआ था सौदा


लड़की का कहना है कि उसे 15 हजार में यह लोग बेच रहे थे और पैसे बढ़ाने पर बहस चल रही थी. उसे पहले तमिलनाडु और दिल्ली ले जाया गया. अंत में उसे झांसी में लाकर बेचा जा रहा था. आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि ललितपुर की किरन से उसकी पहले से पहचान थी. क्योंकि मुकदमा ग्वालियर में दर्ज है लिहाजा तीनों को ग्वालियर पुलिस बुलाकर उनके हवाले किया जा रहा है.


आरपीएफ के जवानों ने बचाई थी मुसाफिर की जान


बता दें कि इससे पहले झांसी रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ के जवानों ने प्लेटफॉर्म से ट्रेन में चढ़ते वक्त पटरी पर गिर रहे मुसाफिर को मौत के मुंह से निकाल लिया था. पानी लेकर वापस लौट रहे बुजुर्ग यात्री की राजधानी एक्सप्रेस गंतव्य की ओर रवाना हो रही थी और यात्री दौड़कर कोच में चढ़ने की कोशिश कर रहा था तभी उसका पैर फिसला और वो गिर गया इससे पहले कि वो ट्रेन के नीचे आता जवान ने मुस्तैदी दिखाते हुए उसे बचा लिया.