झांसी की यातायात पुलिस ने टेढ़े-मेढ़े नंबर प्लेटों के खिलाफ छेड़ा अभियान
यातायात पुलिस ने इसके लिए व्हाट्स एप नंबर जारी किया है. जिले के किसी भी हिस्से से फोटो भेजने पर गाड़ी को ऑनलाइन सर्च करने के बाद चालान गाड़ी मालिक के पते पर भेज दिया जाएगा.
झांसी: झांसी की यातायात पुलिस ने एक अनोखी पहल की है जिसके तहत गाड़ियों की नंबर प्लेट से अब छेड़छाड़ नहीं हो पाएगी और दोषी व्यक्ति का चालान भी काटा जा सकेगा. यातायात पुलिस ने इसके लिए व्हाट्स एप नंबर जारी किया है. जिले के किसी भी हिस्से से फोटो भेजने पर गाड़ी को ऑनलाइन सर्च करने के बाद चालान गाड़ी मालिक के पते पर भेज दिया जाएगा.
दो तरह की होती हैं गाड़ियों पर लगने वाली नंबर प्लेट शहर के यातायात प्रभारी सुभाषचंद्र यादव ने बताया कि गाड़ियों को दो प्रकार निजी और कॉमर्शियल में बांटा गया है. निजी गाड़ियों की नंबर प्लेट का बैकग्राउंड का रंग सफेद और कॉमर्शियल गाड़ियों की नंबर प्लेट के बैकग्राउंड का रंग पीला होता है. दोनों ही नंबर प्लेट पर काले रंग के अक्षरों का प्रयोग किया जाता है. इसके अलावा किसी भी रंग के इस्तेमाल पर रोक है.
प्राइवेट गाड़ियों की नंबर प्लेट में देखने को मिलते हैं टेढ़े-मेढ़े नंबर उन्होंने कहा कॉमर्शियल गाड़ियों की नंबर प्लेट में कभी छेड़छाड़ की शिकायत नहीं मिलती है. उसके उलट प्राइवेट गाड़ियों की नंबर प्लेट में अक्सर छेड़छाड़ की शिकायतें आती रहती हैं.गाड़ियों की नंबर प्लेट में 214 को राम, 8055 को बॉस, 4141 को पापा, 6161 को आसानी से दादा बना दिया जाता है. दुर्घटना के वक्त यह लोग वारदात को अंजाम देकर चंपत हो जाते हैं और पीड़ित ठीक से उसे पढ़ भी नहीं पाता है. इसी समस्या से निजात पाने के लिए यातायात पुलिस ने इस स्थाई समाधान खोज निकाला है.
किसी गाड़ी की नंबर प्लेट पर टेढ़े-मेढ़े नंबर लिखे पाए गए तो चालान कटेगा यातायात प्रभारी सुभाष यादव ने हमसे खास बातचीत में बताया कि एक व्हाट्स एप नंबर जारी किया है. जिले में कहीं से 7839855135 नंबर पर फोटो भेजी जा सकती है. उस व्यक्ति का चालान उसके पते पर भेज दिया जाएगा. अगर किसी गाड़ी की नंबर प्लेट पर टेढ़े-मेढ़े नंबर लिखे पाए गए तो उसे दोषपूर्ण माना जाएगा. फोटो भेजने की शर्त ये है कि फोटो में एमवी एक्ट का उलंघन नजर जरूर आना चाहिए. आरटीओ की साइट से हमारे पास ऑनलाइन रिकॉर्ड उपलब्ध है. फोटो भेजने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी.