झारखंड: बिना राशन कार्ड के भी मिलेगा अनाज, राज्य में सक्रिय होंगे 600 दाल-भात केंद्र
मुख्यमंत्री कैंटीन भी सक्रिय रूप से राज्य में ज़रूरतमंद लोगों को गुड़-चूड़ा उपलब्ध कराएगी.पंचायत भवनों में अन्य राज्यों के उन लोगों के रहने के बंदोबस्त किए गए हैं जो यहां फंसे हुए हैं.
रांची: पूरे देश में जिस तरह से कोरोना महामारी का संकट फैला है उससे बचने के लिए सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया है. इस लॉकडाउन में लोगों को खांसी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है. गरीब और बेसहारा लोगों की मदद के लिए झारखंड सरकार आगे आई है. सरकार ने ऐलान किया है अब कोरोना के इस संकट में राज्य में उन लोगों को भी राशन दिया जाएगा जिनका राशन कार्ड नहीं बना है.
लोगों को कोरोना के साथ-साथ भूख से भी लड़ने में झारखंड सरकार मदद कर रही है. झारखंड सरकार ऐसे लोगों को भी राशन देगी जिनका राशन कार्ड नहीं बना हुआ है. इसके अलावा सरकार की ओर से कहा गया है कि पूरे राज्य में करीब 600 दाल-भात केंद्र खोले जा रहे हैं. इनको राशन भी उपलब्ध करवाया जा चुका है और जल्द ही ये केंद्र बेहद ही सस्ते दर पर या निःशुल्क रूप से गरीब बेघर लोगों को दाल-चावल मुहैया कराएंगे. साथ ही मुख्यमंत्री कैंटीन भी सक्रिय रूप से राज्य में ज़रूरतमंद लोगों को गुड़ चूड़ा उपलब्ध कराएगी.
इसके अलावा सरकार ने बाहर से आये हुए लोगों से भी अपील की है कि वो जहां हैं वहीं सुरक्षित रहें. सरकार उनकी हर तरह से मदद करेगी. राज्य सरकार ने राज्य के सभी जिलों की पंचायत भवनों में भी बाहर से आए उन लोगों के लिए रहने की व्यवस्था कर रही है जिनको यहां रहने में दिक्कत हो रही है. फिलहाल झारखंड में करीब 200 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया है जिसमें से एक भी केस कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है.
ग़ौरतलब है कि देश में 14 अप्रैल तक जानलेवा कोरोना वायरस से निपटने के लिए लॉकडाउन चल रहा है. अभी तक देश में एक हज़ार से अधिक लोग इस वायरस के कारण संक्रमित हो चुके हैं.
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