रांची: झारखंड में नई सरकार बनने के कुछ दिन बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया गया था. नए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी जमशेदपुर पश्चिम से कांग्रेस के टिकट से जीतकर आए बन्ना गुप्ता को मिली. बन्ना गुप्ता जब से मंत्री बने हैं तब से वह लगातार अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने गुरुवार को देर शाम राज्य के बड़े अस्पतालों में से एक रिम्स का औचक निरीक्षण किया.


उसी दौरान खूंटी जिले की 65 साल की शीला जो कि अस्पताल में भर्ती हैं के परिजनों ने मंत्री से खून उपलब्ध कराने की गुजारिश की. बता दें कि शीला देवी के परिजन पिछले नौ दिनों से खून की व्यवस्था करने में लगे हुए थे लेकिन खून नहीं मिल रहा था. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मरीज की ऐसी हालत नहीं देखी गई और उन्होंने खुद ही मरीज को अपना खून देने का फैसला किया.


मंत्री के इस कदम को न सिर्फ मरीज के परिजनों ने इसे सराहा, बल्कि राज्य के अन्य तबकों में भी इस बात की चर्चा जोरों पर है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा जल्दी ही राज्य में इस तरह की व्यवस्था की जाएगी, जिससे किसी भी मरीज को इलाज के लिए भटकना न पड़े.


ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है कि मंत्री या जिम्मेदार अफसर इस तरह की दरियादिली दिखाएं, अक्सर लोग एक दूसरे पर दोष मढ़ते नजर आते हैं लेकिन इस तरह के कदम से न सिर्फ राज्य की जनता में अपने प्रतिनिधि के प्रति विश्वास बढ़ता है बल्कि अधिकारी भी काम को लेकर सचेत रहते हैं.


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