लखनऊ: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में लगी जिन्ना की तस्वीर पर विवाद गहराता नजर आने लगा है. बीजेपी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि आजादी में जिन्ना का भी योगदान था और महापुरूषों पर उंगली नहीं उठानी चाहिए. उनके इस बयान पर उन्हीं की पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने मौर्य को पार्टी से निकालने की मांग की है.

स्वामी का बयान

श्रम एंव समायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिन्ना को महापुरुष बताते हुए अपनी ही पार्टी के सांसद पर निशाना साध दिया. दरअसल अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना की एक तस्वीर पर विवाद छिड़ा है. बीजेपी सांसद सतीश कुमार गौड़ ने कुलपति को पत्र लिखकर जिन्ना की तस्वीर के विषय में पूछा था.

श्रम विभाग द्वारा एक सामूहिक विवाह के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए कानपुर पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि लोकतंत्र में इस तरह के बयानों की जगह नहीं है. जिन भी महापुरुषों का योगदान इस राष्ट्र के निर्माण में रहा है यदि उन पर कोई अंगुली उठाता है तो यह बहुत घटिया सोच है. उन्होंने कहा कि बंटवारे से पहले जिन्ना ने भी इसी देश में योगदान किया था.

AMU: यूनियन हॉल में जिन्ना की तस्वीर, BJP सांसद ने पूछा- देश का बंटवारा कराने वाले की फोटो क्यों लगाई?

बयान पर बवाल



एटा में राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ के ऑफिस में मोहम्मद अली जिन्ना का फ़ोटो लगाना जघन्य अपराध में आता है. एएमयू लंबे समय से देशद्रोही गतिविधियों का अड्डा रहा है. उन्होंने एएमयू के प्रशासन और जिम्मेदार लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की.

उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के मोहम्मद अली जिन्ना को महापुरुष कहकर महिमा मंडित करने की भी निंदा की और कहा कि इसके लिए स्वामी प्रसाद मौर्य को माफी मांगनी चाहिए अन्यथा उनको पार्टी से निकला जाए. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का बीजेपी से मोह भंग हो गया है, लगता है उन्होंने कहीं और अपना ठिकाना तलाश लिया है.