गिरिराज सिंह और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर भाषाई 'आतंकी'- जीतन राम मांझी
जीतन राम मांझी ने कहा कि जब भी गिरिराज सिंह मुंह खोलते हैं तो लगने लगता है कि ये समाज को बांटने वाली भाषा ही बोलेंगे. बीजेपी को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और गिरिराज सिंह जैसे भाषाई आतंकवादियों पर कार्रवाई करनी चाहिए.
पटना: वैश्विक आतंकवादी मसूद अजहर को 'साहब' कहने वाले हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भाषाई आतंकवादी बताया. मांझी ने यहां पत्रकारों से कहा कि गिरिराज सिंह और साध्वी प्रज्ञा की भाषा एक आतंकवादी की भाषा है, औ ये भाषाई आतंकवादी हैं, जो समाज में नफरत का जहर घोल रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "इनकी भाषा का आतंक इतना बढ़ गया है कि जब ये कुछ बोलने के लिए मुंह खोलते हैं तो सभ्य समाज में रहने वाले हर संप्रदाय के शांतिप्रिय लोग आतंकित हो जाते हैं. उन्हें लगने लगता है कि फिर से एक बार गिरिराज सिंह समाज को बांटने वाली भाषा ही बोलेंगे."
Jitan Ram Manjhi, Former Bihar CM: Hum kehte hai ki ye bhashai atankwad hai, agar Sadhvi Pragya bolti hai jis tarah se, ek hatya ke silsile mein unko karawas ho chuka hai aur bimari ke nam pe unko bail diya gaya hai aur wo chunav lad rahi hai. pic.twitter.com/vz2M5XMiwl
— ANI (@ANI) May 3, 2019
मांझी ने कहा, "सही मायने में अगर भाजपा नेतृत्व को लगता है कि उन्हें देश और राष्ट्रीय एकता की चिंता है, तो उन्हें अविलंब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और गिरिराज सिंह जैसे भाषाई आतंकवादियों पर कार्रवाई करनी चाहिए." उन्होंने गुरुवार को कहा था कि प्रत्येक मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्रेय लेने की रणनीति उचित नहीं है। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री हर बात पर 'ब्रांडिंग' करते हैं, यह गलत चीज है. उन्होंने कहा, "मनमोहन सिंह के समय से ही मसूद अजहर साहब को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के लिए प्रयास किया जा रहा था, दबाव बनाया जा रहा था."