नई दिल्ली: बिहार में जहां एक तरफ एनडीए में मुख्यमंत्री उम्मीदवार के मुद्दे पर तकरार खुलकर सामने आ गई है वहीं अब कुछ इसी तरह का गतिरोध महागठबंधन खेमे से भी सामने आ रहा है. महागठबंधन के सहयोगी जीतन राम मांझी ने कहा कि सीएम उम्मीदवार को लेकर तेजस्वी यादव की उम्मीदवारी अभी फाइनल नहीं है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के सभी दलों में अभी सर्वानुमति नहीं बनी है. अन्य विकल्पों पर भी विचार हो सकता है.


दरअसल आरजेडी बहुत पहले ही ये एलान कर चुकी है कि 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ही आरजेडी का चेहरा होंगे. वहीं मांझी ने अब कहा कि तेजस्वी की उम्मीदवारी फाइनल नहीं है. मांझी के अलावा महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी शामिल हैं. इनमें खासकर कांग्रेस और उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन में सीएम के चेहरे को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं.


ये पहली दफा नहीं है कि मांझी ने तेजस्वी को निशाने पर लिया है. इस बार के लोकसभा चुनाव में तेजस्वी महागठबंधन को लीड कर रहे थे लेकिन नतीजे बेहद निराशजनक रहे. नतीजों के बाद से ही मांझी ने तेजस्वी पर निशाना साधना शुरू कर दिया. लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद तेजस्वी अचानक सियासी गलियारे से गायब हो गए थे. इसपर भी मांझी की पार्टी ने निशाना साधा था.


इतना ही नहीं कुछ दिनों पहले मांझी ने यहां तक कह दिया था कि अगर 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है तो वे भी सीएम पद के दावेदार हो सकते हैं. उन्हें ये भी कहते सुना गया कि महागठबंधन में पहले वाली बात नहीं रही. इसके साथ ही उन्होंने ज्यादा सीटों की भी मांग करते हुए कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे महागठबंधन से अलग भी हो सकते हैं. इसके कुछ ही दिनों बाद उन्होंने मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव से भी मुलाकात की थी.


हालांकि तेजस्वी यादव के बिहार लौटने के बाद 27 अगस्त को पटना में राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई थी. ये बैठक लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पहली बैठक थी. इसमें ये फैसला किया गया था कि इसके सभी दल जनता से जुड़े मुद्दों पर फिर से संघर्ष करेंगे. एक प्रेस रिलीज जारी की गई. इसमें महागठबंधन के नेताओं के दस्तखत थे. मांझी ने भी साइन किया था. सब एकजुट होने की बात तो कर रहे हैं लेकिन सीएम चेहरे को लेकर फिलहाल महागठबंधन का स्वर भी एक नहीं है. आगे बहुत कुछ देखने सुनने को मिल सकता है.