गया: हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बिहार में महागठबंधन छोड़ने और एनडीए में लौटने की अफवाहों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि इस तरह की अपुष्ट खबरें उनकी और उनकी पार्टी की छवि खराब करने की साजिश है. मांझी ने साफ तौर पर कहा है कि वह राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद और बिहार में महागठबंधन के साथ हैं, जिसमें उनकी (मांझी की) पार्टी ‘हम’ के अलावा आरजेडी, कांग्रेस और आरएलएसपी शामिल है.


गौरतलब है कि मांझी ने कुछ ही दिन पहले कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई के विरोध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के धरना पर बैठने की आलोचना की थी. इसके चलते महागठबंधन से उनके बाहर जाने और एनडीए में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं.


पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें (उनके एनडीए में शामिल होने के बारे में) कोई सच्चाई नहीं है. मेरी और मेरी पार्टी (हम) की छवि खराब करने के लिए एक साजिश के तहत यह गलत सूचना फैलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन में सीट बंटवारे के मुद्दे को महागठबंधन के सभी घटक दलों के साथ मशविरा के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा.


मांझी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रधानमंत्री या किसी राज्य के मुख्यमंत्री को धरना-प्रदर्शन नहीं करना चाहिए. उन्होंने एक बार फिर से दोहराया, ‘‘ममता बनर्जी ने धरना पर बैठ कर गलत किया और इसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता.’’


पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख वृषिण पटेल के पार्टी कोष में अनियमितता के बाद इस्तीफा देने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पटेल ने पार्टी कोष से 10 लाख रुपये का हेर-फेर किया था.


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