बुलंदशहर: बुलंदशहर हिंसा मामले में आखिरकार जीतेंद्र उर्फ जीतू फौजी को पुलिस ने गिरफ्तार कर ही लिया. जीतेंद्र को आर्मी ने पुलिस को हैंडओवर किया. STF के सामने जीतेंद्र फौजी ने ये कुबूल किया है कि वो हिंसा वाले दिन गांव में ही था. जब गांव में गौवंश के शव मिले तब भी वो वहीं था. उसके बाद वो भीड़ के साथ चिंगरावठी चौकी पहुंचा. एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें जीतेंद्र ट्रैक्टर पर साफ नजर आ रहा है. उससे पूछताछ लगातार जारी है.


सूत्रों के मुताबिक अभी तक की जांच में ये साफ नहीं हो पाया है कि जीतेंद्र ने इंस्पेक्टर को गोली मारी या नहीं. पुलिस का कहना है जांच जारी है. आपको बता दे कि हिंसा के बाद ही जीतेंद्र ने ड्यूटी जॉइन कर ली थी. STF की टीम उसे लेने जम्मू कश्मीर पहुँची और दो दिन तक आर्मी के अधिकारियों से उसे गिरफ्तार करने की बात चलती रही.


शनिवार को आर्मी के दो अधिकारियों के साथ STF की टीम जीतेंद्र फौजी को लेकर मेरठ पहुँची जहाँ रात तकरीबन 12.50 पर आर्मी ने जीतेंद्र को STF को हैंडओवर कर दिया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.


आपको बता दे कि STF ने आर्मी के अधिकारियों को 100 से ज्यादा वीडियो फुटेज दिखाईं. इतना ही नहीं उसकी कॉल डिटेल भी दिखाई. वो सारे सुबूत दिखाए गए, जिससे ये साबित हुआ कि जीतेंद्र हिंसा वाले दिन वहाँ पर था, तब जाकर आर्मी ने जीतेंद्र को पुलिस के हवाले किया.


इस मामले में अब जीतेंद्र फौजी को मिलाकर 9 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन FIR में मुख्य आरोपी योगेशराज अभी तक फरार है.