नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में इस्तीफों का दौर जारी है. आज इस लिस्ट में कांग्रेस के महासचिव और दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी जुड़ गया. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर जनादेश के सम्मान और हार की जिम्मेदारी की बात कहते हुए इस्तीफे का एलान किया. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना इस्तीफा राहुल गांधी भेज दिया है. बता दें कि आज ही मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है. सिंधिया ने ट्विटर पर लिखा, ''जनादेश को स्वीकार करते हुए और जिम्मेदारी लेते हुए, मैंने अपना कांग्रेस महासचिव पद से अपने इस्तीफा राहुल गांधी को भेज दिया है. मैं उन्हें इस जिम्मेदारी को सौंपने के लिए और मुझे अपनी पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए धन्यवाद देता हूं.''
इस्तीफे के बाद एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ''यह मेरा व्यक्तिगत निर्णय था. मैं मानता हूं जवाबदेही भी उत्तरदायित्व के साथ जुड़ी होती है. जिस अभियान में प्रदर्शन संतोष जनक नहीं रहा तो मुझे लगा कि अपने नेतृ्त्व को अपनी जवाबदेही स्पष्ट करनी चाहिए. ये आज की घटना नहीं है, ये आठ दस दिन पुरानी घटना है, आज ये बात सार्वजनिक हुई है. मुझे विश्वास है कि कांग्रेस बहुत मजबूत पार्टी है, जिसकी एक आध्यात्मिक शक्ति है. हमें सबको मिलकर कार्यकर्ता के रूप में दोबारा मंतन करना होगा. मुझे इस बात का खेद है कि खेद है कि राहुल जी अब हमारा नेतृत्व नहीं कर रहे हैं. जो निर्णय उन्होंने लिया है उसका सम्मान करना होगा. पत्र के जरिए पार्टी के लिए उन्होंने जो एलान किया है, उस पथ पर हम लोगों को चलना होगा. मुझे विश्वास है कि यह पार्टी दोबारा उभरेगी, इसके लिए मंथन करेंगे.''
बता दें कि चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी थी. वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के पास पूर्वी उत्तर प्रदेश की कमान थी. सिंधिया खुद भी मध्य प्रदेश के गुना से लोकसभा का चुनाव हार गए हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद अब सवाल उठ रहा है कि क्या प्रियंका गांधी भी इस्तीफा देंगी?
लोकसभा चुनाव के नतीजों के दो दिन बाद राहुल ने 25 मई को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था. इसके बाद कई दिनों तक उहापोह की स्थिति बनी रही, कई कांग्रेसी नेता उन्हें मनाने पहुंचे लेकिन वे नहीं माने. राहुल गांधी ने पार्टी के अन्य नेताओं से भी हार की जिम्मेदारी लेने की बात कही थी. हाल ही में राहुल गांधी ने ट्विटर पर चार पेज की चिट्ठी के साथ एलान किया कि वो अब कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं हैं.