मध्य प्रदेश: नए अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस में अंतर्कलह, आज सोनिया गांधी से मिल सकते हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया
जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का फ़ैसला हो रहा था तब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने हाथ मिला लिया था और राहुल गांधी के नज़दीकी होने के बावजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया था. मध्य प्रदेश अध्यक्ष का पद भी कमलनाथ के पास ही है.
भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से लेकर अभी तक संगठन की कमान मुख्यमंत्री कमलनाथ के हाथों में है. जल्द ही सोनिया गांधी मध्य प्रदेश का नया अध्यक्ष चुनने वाली हैं. नए अध्यक्ष को लेकर पार्टी में जारी आंतरिक कलह की खबरों के बीच इस पद के प्रबल दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार को पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात कर सकते हैं. ग्वालियर-चंबल इलाके के सिंधिया के कुछ समर्थक खुलकर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर सड़कों पर आकर पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शन करने लगे हैं. उनका कहना है कि यदि उनकी यह मांग आलाकमान द्वारा नहीं मानी गई, तो वे पार्टी से इस्तीफा दे देंगे.
बता दें कि इस मांग को लेकर इनमें से एक समर्थक आनंद अग्रवाल ने पिछले सप्ताह ग्वालियर स्टेशन के पास आत्मदाह करने का प्रयास भी किया था. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक सिंधिया आज दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलेंगे. पिछले साल दिसंबर में जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी, तो सिंधिया भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के साथ मुख्यमंत्री की दौड़ में थे. लेकिन, तब कमलनाथ मुख्यमंत्री बन गये. उसके बाद से मध्य प्रदेश अध्यक्ष का पद भी कमलनाथ के पास ही है.
मालूम हो कि जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का फ़ैसला हो रहा था तब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने हाथ मिला लिया था और राहुल गांधी के नज़दीकी होने के बावजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया था. जबकि सिंधिया के नज़दीकी लोग ये दावा करते रहे हैं कि सिंधिया के चेहरे पर ही प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को वोट दिया था.
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