(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कैराना-नूरपुर उपचुनाव: दांव पर है बीजेपी की प्रतिष्ठा और गठबंधन का भविष्य
कैराना-नूरपुर उपचुनाव: पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट के लिए आज वोटिंग हो रही है. मतों की गिनती 31 मई को होगी. उपचुनाव के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
कैराना-नूरपुर उपचुनाव: पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट के लिए आज वोटिंग हो रही है. मतों की गिनती 31 मई को होगी. उपचुनाव के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
कैराना के बीजेपी सांसद हुकुम सिंह का निधन हो गया था वहीं नूरपूर विधानसभा के बीजेपी विधायक लोकेंद्र सिंह चौहान की सड़क हादसे में मौत हो गई थी.
चुनाव आयोग के मुताबिक कैराना में 16.09 लाख मतदाता हैं जबकि नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में 3.06 लाख मतदाता पंजीकृत हैं. कैराना में 12 प्रत्याशी तो नूरपुर से 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
कैराना संसदीय क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से अर्द्धसैनिक बलों की 51 कंपनियों को भी तैनात किया गया है. कैराना लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें शामली जिले की थानाभवन, कैराना और शामली विधानसभा सीटों के अलावा सहारनपुर जिले की गंगोह और नकुड़ आती हैं.
बीजेपी ने उनकी बेटी मृगांका सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. वह राष्ट्रीय लोक दल की प्रत्याशी तबस्सुम हसन के खिलाफ मैदान में है. तबस्सुम को कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का समर्थन है.
नूरपुर से बीजेपी ने दिवंगत विधायक लोकेन्द्र सिंह की पत्नी अवनी सिंह को पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है. गठबंधन के उम्मीदवार नईमुल हसन हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में लोकेंद्र सिंह ने लगभग 79 हज़ार वोट हासिल किए थे. तब सपा के नईमुल हसन को 66 हज़ार और बसपा के गौहर इक़बाल को 45 हज़ार वोट मिले थे.
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती ने दोनों ही सीटों पर प्रचार नहीं किया जबकि आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने प्रचार में जान लगा दी.