(Source: Poll of Polls)
CPI के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने से कभी मना नहीं कर सकता: कन्हैया कुमार
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा है कि वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने से कभी मना नहीं कर सकता है.
पटना: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा है कि वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने से कभी मना नहीं कर सकता है. मंगलवार को कन्हैया कुमार ने कहा, ''बेगूसराय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर अभी कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है. बिहार में अबतक महागठबंधन की रूपरेखा भी तय नहीं हुई है. हालांकि पार्टी (सीपीआई) ने उन्हें उम्मीदवार बनाया और इस पर घटक दलों की भी सहमति हुई तो मैं चुनाव लड़ने से कैसे मना कर सकता हूं.''
पटना के एम्स में मित्र से मुलाकात के दौरान हुए हंगामे को लेकर हुए मुकदमे पर कन्हैया ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अपने राजनीतिक विरोधियों को चुप कराने, उनके साथ बुरा सलूक किए जाने और उनपर फर्जी मुकदमा दायर करने के लिए डॉक्टर जैसे पेशे का और एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान का गैरजरूरी इस्तेमाल किया.
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इसको लेकर उनपर किए गए प्रहार पर कन्हैया ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि जो स्वयं 'गुंडा' होते हैं उन्हें हर कोई 'गुंडा' ही नजर आता है. उन्होंने आरोप लगाया कि पांडेय का अपने विभाग की कुव्यवस्था को लेकर कोई बयान नहीं आता है पर कन्हैया कुमार के बारे में उनका तुरंत बयान आता है जो अपने आप में एक राजनीतिक साजिश है.
कन्हैया ने कहा कि बेगूसराय की घटना की आड़ में उन्हें हिन्दू विरोधी बताने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा,''मैं किसी धर्म का विरोधी नहीं हूं बल्कि धार्मिक कुरीति का विरोधी हूं." उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अलग-अलग समय में विभिन्न पेशे से जुडे हुए लोगों का और उनकी भावना एवं आस्था का इस्तेमाल कर अपने राजनीतिक विरोधियों को चुप कराना चाहती है."
कन्हैया ने आगे कहा," जिन लोगों ने मेरा आंदोलन के दौरान समर्थन किया उनका मैं शुक्रगुजार हूं. लेकिन अगर उनके शासनकाल में कोई कुव्यवस्था दिखेगी तो उस पर सवाल भी पूछेंगे."
मुजफ्फरपुर में एक बालिका गृह में लडकियों के यौन शोषण के मामले को लेकर कन्हैया ने कहा कि उस मामले की जांच में हुआ विलंब अपने आप में सवाल खडे करता है. जदयू से जुडे मंत्री का इस्तीफा हुआ पर बीजेपी से जुडे लोगों का इस्तीफा नहीं हुआ.
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए कन्हैया ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री अपनी सरकार के भीतर हो रही गडबडी पर चुप हैं. प्रधानमंत्री एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं. कन्हैया ने आगामी 25 अक्तूबर को पटना में सीपीआई के प्रस्तावित ‘‘बीजेपी हराओ देश बचाओ’’ रैली का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें कांग्रेस और राजद सहित सभी गैर राजग दलों को आमंत्रित किया गया है.