कानपुर: हमेशा इत्र की खुश्बू से महकने वाला कन्नौज जिला समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर भी सपा के गढ़ को भेद नहीं पाई थी. कन्नौज वासियों ने अपने प्रिय नेता अखिलेश यादव से मांग की है कि एक बार वो बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ आएं. एक मंच से कन्नौज की जनता को संबोधित करें यहां की जनता उन्हें सुनना चाहती है. सपा-बसपा गठबंधन को कन्नौज में जश्न के रूप में मनाया जा रहा है. जिला ईकाई के सपा और बसपा कार्यकर्ता एक विशाल रैली की मांग कर रहे हैं.



सपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का एलान किया था. इस एलान के बाद प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने उन्हें कन्नौज में हराने का दावा किया था. वहीं बीजेपी भी अखिलेश को हराने के लिए रणनीति बनाने में जुटी थी. लेकिन सपा-बसपा गठबंधन ने चाचा शिवपाल सिंह यादव और बीजेपी के अरमानों पर पानी फेर दिया है.

सपा के वरिष्ठ नेता जिलाध्यक्ष मुन्ना दरोगा उर्फ़ मजहरुल हक़ के मुताबिक सपा-बसपा गठबंधन होने से दोनों दलों के कार्यकर्ता में दो गुनी ताकत आ गई है. दोनों दलों के कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ चुनावी मैदान में जाएंगे. जुमलेबाजों की पोल खोलने का काम करेगें. उन्होंने कहा कि कन्नौज की जनता चाहती है कि बसपा सुप्रीमो मायावती और अखिलेश यादव कन्नौज में एक साथ मंच साझा करें. जनपद की जनता उन्हें एक साथ एक मंच पर देखना चाहती है.


उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की लोकसभा चुनाव में 18 संयुक्त रैलियों को संबोधित करेंगे. लेकिन अभी इसकी लिस्ट नहीं आई कि 18 रैलियों में कौन-कौन से जनपद होंगे. आगर लिस्ट में कन्नौज का नाम नहीं होगा तो हम लोग अखिलेश यादव से मांग करेंगे कि कन्नौज में भी संयुक्त रैली हो.


उन्होंने कहा कि प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कन्नौज में अखिलेश यादव को चैलेंज किया था. शिवपाल सिंह यादव बड़े है उन्हें उदारता का भाव रखना चाहिए था. सपा-बसपा गठबंधन होने से हमारा वोट प्रतिशत बढ़ेगा. चुनाव में इसका सीधा फायदा होने वाला है. प्रसपा कन्नौज से चुनाव लड़ेगी और कुछ वोट जरूर काटेगी. जिसका कुछ प्रतिशत बीजेपी को फायदा होगा.


2014 के लोकसभा चुनाव में कानपुर बुंदेलखंड की 10 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने 09 सीटों पर कमल खिलाया था. सिर्फ कन्नौज की लोकसभा सीट सपा के हाथ लगी थी, अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव ने जीती थीं. कन्नौज में तीन विधानसभा सीटे हैं. 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कन्नौज की दो विधानसभा सीटो पर कब्ज़ा किया था वहीं सपा के हाथ एक सीट लगी थी.