कानपुर: कूड़े के ढेर में मिले 1000 और 500 के कटे-फटे नोट
8 नवम्बर 2016 को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हजार और पांच सौ के नोटों को बंद करने का एलान किया था, जिससे पूरे देश में कोहराम मच गया था. इसके बाद से जगह-जगह पुराने नोटों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ जो अभी तक रुकने का नाम नहीं ले रहा है.
कानपुर: नोटबंदी के लगभग 22 महीने बीत चुके है इसके बाद पुरानी करेंसी मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 8 नवम्बर 2016 को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हजार और पांच सौ के नोटों को बंद करने का एलान किया था. इसके बाद से पूरे देश में कोहराम मच गया था और बैंको और एटीएम के बाहर हजारो की लाइन लगनी शुरू हो गयी थी.
समय बीतता रहा और इसके बाद पुराने नोटों को के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ जो अभी तक रुकने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को भी कूड़े के ढेर में हजार और पांच सौ के नोट कटे फटे नोट मिले है. ये घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.
नौबस्ता थाना क्षेत्र स्थित गल्लामंडी आवासीय परिसर में बने कूड़ेदान में बड़ी मात्रा में 1000 और 500 की पुरानी करेंसी मिली है . मंगलवार को जब स्थानीय लोगों की नजर पड़ी तो देखने वालो का तांता लग गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि किसी ने पुराने नोटों को फाड़ कर यहां पर फेका है.
स्थानीय रवि शंकर के मुताबिक हजार,पांच सौ के पुराने नोट मिले हैं. आज ये नोट चलन में नहीं जिसकी वजह से इन पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. उन्होंने बताया कि यहां गल्ला व्यापारी रहते हैं, हो सकता है कि उनके पास पुरानी करेंसी रखी होगी. आज इन नोटों की वकत नहीं है जिसकी वजह से किसी ने इसकी सूचना पुलिस तक को नहीं दी है.
बता दें कि इससे पहले एनआईए और उत्तर प्रदेश पुलिस ने संयुक्त रूप से छापा मार कर कानपुर से 96 करोड़ 62 लाख के पुराने नोट जब्त किए थे. पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया था. नोट के इस काले कारोबार के तार दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद समेत विदेशों से भी जुड़े होने की बात सामने आई थी.