कानपुर: बेटी की जिद पूरी करने के लिए पिता ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेच कर शादी की तैयारी की. कानपुर देहात के सबसे आलीशान रिसार्ट बुक कराया, शादी के कार्ड बांटे और सैंकड़ो बरातियों के लिए व्यवस्था की. लड़की और उसका परिवार बारात आने का इन्तजार करता रहा लेकिन पूरी रात बीत जाने के बाद भी बारात नही आई. इस बात से आहत दुल्हन और उसका परिवार इतना दुखी है कि आत्महत्या करने की बात कह रहा है. दरअसल लड़का और लड़की एक साथ पढ़ते थे और बचपन से एक दूसरे को जानते थे. लड़की के पिता का आरोप है कि दहेज़ में 5 लाख रुपये की मांग की जा रही थी. यह मांग शादी से दो दिन पहले ही की गई थी.
अकबरपुर थाना क्षेत्र स्थित रनिया में रहने वाले विनोद खेती किसानी का काम करते हैं. परिवार में पत्नी सुमन, बेटा आदित्य और बेटी शोभा हैं. शोभा की शादी कानपुर देहात में रहने वाले भानु प्रताप के साथ तय हुई थी. शोभा की बारात बीते शुक्रवार को आनी थी, शोभा के पिता ने बरातियों के लिए शाही व्यवस्था की थी. रिश्तेदार और दुल्हन बारात आने का इंतजार करते रहे, पूरी रात इंतजार के बाद भी जब बारात नही आई तो उनके सब्र का बांध टूट गया. पूरा परिवार फूट-फूट कर रोने लगा. रिश्तेदारों ने उन्हें दिलासा देकर शांत कराया.
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शोभा और भानु प्रताप कोर्ट मैरिज कर चुके हैं. दोनों एक दूसरे को लगभग 10 साल से जानते थे और एक साथ पढ़ते थे. लड़के के पिता इस संबंध के खिलाफ थे. किसी तरह से भानु पिता को मनाने में कामयाब हुआ और शादी की तारीख भी निकाली गई. भानु प्रताप के पिता ने 51 हजार रुपये बरीक्षा, 5 लाख रुपये नगद और एक बाइक दहेज़ के रूप में डिमांड की थी.
शोभा ने बताया कि भानुप्रताप मेरे भाई का दोस्त था उसका अक्सर घर में आना जाना था. इसके बाद हम दोनों ने साथ में पढाई लिखाई भी की थी, उसी दौरान हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई. हमने चोरी चुपके से कोर्ट मैरिज भी कर ली थी इसके बाद अपने-अपने घरों में रहने लगे थे. मैंने अपने परिवार को यह बात बता दी थी कि मैंने भानु से शादी कर ली है. भानु ने भी यह बात अपने परिवार को बता दी लेकिन भानु के पिता इस सबंध के खिलाफ थे.
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शोभा ने कहा कि किसी तरह से भानु के पिता इस संबंध के लिए राजी हुए तो उन्होंने दहेज़ की इतनी बड़ी डिमांड रख दी, लेकिन मेरे पिता की इतनी हैसियत नही थी कि वह दहेज़ की रकम दे सकें. मेरे पिता ने पुश्तैनी खेत बेच कर उनकी दहेज़ की डिमांड पूरी की. जनपद के सबसे अच्छे रिसार्ट में शादी का पंडाल सजवाया, लेकिन मुझे नहीं पता था कि जिसे सबसे ज्यादा प्यार किया वही मेरी जिन्दगी के साथ खिलवाड़ करेगा.
जब देर रात तक बारात नही आई तो मैंने भानु को फोन किया. उसका फोन बंद था. पूरे परिवार का फोन बंद जा रहा था. हम लोगों ने भानु के घर में एक रिश्तेदार को भेज कर पता कराने का प्रयास किया लेकिन घर में ताला लगा हुआ था. पूरे परिवार की भरे समाज में बेइज्जती हुई है. यदि मेरे साथ न्याय नहीं हुआ तो मेरे सामने आत्महत्या करने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचेगा.
शोभा के पिता विनोद ने कहा," मैं तो पूरी तरह से बर्बाद हो गया. मैंने अपनी तरफ से बेटी की शादी के लिए शानदार व्यवस्था की थी. मैंने खेत बेच कर बेटी के लिए सब कुछ न्योछावर कर दिया लेकिन उसे धोखा मिला है. अभी हम लोग बातचीत करने का प्रयास कर रहे हैं यदि वो नहीं माने तो पुलिस से शिकायत करेंगे."
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