कानपुर: कानपुर सेंट्रल स्टेशन से आरपीएफ ने रविवार तड़के 106 किलोग्राम चांदी के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार कर लिया. बरामद चांदी को मथुरा से तस्करी कर मड़ुवाडीह एक्सप्रेस से वाराणसी ले लाया जा रहा था. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है.
तस्कर ने स्वीकार किया है कि वह पहले भी ट्रेनों के जरिए चांदी की तस्करी कर चुका है. इसके एवज में उसे अच्छी खासी रकम भी मिलती है.
आरपीएफ को मुखबिर से खबर मिली कि इलाहाबाद-मथुरा एक्सप्रेस से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर भारी मात्रा में तस्करी कर लाई गई चांदी उतारी जाएगी. इस पर आरपीएफ क्राइम ब्रांच की टीम सक्रीय हो गई.
रविवार सुबह लगभग पौने पांच बजे इलाहाबाद-मथुरा एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर पांच रुकी। पहले से मुस्तैद आरपीएफ टीम की नजर स्लीपर कोच से चार भारी बैगों को लेकर उतरे युवक पर पड़ी.
टीम ने युवक को पकड़ा और बैग की तलाशी ली, चारों बैगों में कुल 106 किलो चांदी बरामद हुई. जबकि पकड़ा गया युवक केवल 37 किलो चांदी के कागजात दिखा सका. जिस पर टीम ने उस युवक से पूछताछ की, युवक की पहचान चंदौली के सकलडीहा निवासी राहुल गुप्ता (18) के रूप में हुई। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
आरपीएफ इंस्पेक्टर ओमप्रकाश ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह डेढ़ वर्ष से चांदी की तस्करी कर रहा है. बरामद माल वाराणसी चितईपुर भुल्लनपुर के व्यापारी राधेश्याम का है. इसके अलावा चार अन्य व्यापारियों का माल आगरा, मथुरा और राजस्थान से लेकर जाता है। एक क्विंटल चांदी पहुंचाने के लिए उसे 25 हजार रुपए मिलते हैं.
आरपीएफ ने स्टेशन पर पकड़ी गई चांदी स्टेट जीएसटी के सचलदल के अधिकारी जितेंद्र प्रसाद अग्रहरि को सौंप दी है.