कानपुर: कानपुर शहर कांग्रेस पार्टी के बहुत ही लकी रहा है, जब भी कांग्रेस पार्टी की देश में लोकप्रियता घटती थी तो कांग्रेस के बड़े नेता अपना चुनावी अभियान की शुरुआत कानपुर से करते थे. पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु भी ऐसा कर चुके हैं. इसके बाद 1971 में भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरागांधी ने भी कानपुर से लोकसभा चुनाव की शुरुआत की थी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को यह पुराना इतिहास याद दिलाने के लिए कांग्रेसियों का एक प्रतिनिधि मंडल दिल्ली के लिए रवाना हुआ है.


कानपुर महानार कांग्रेस कमेटी की जिलाध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री की नेतृत्व में 12 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल दिल्ली के लिए बीते बुधवार को रवाना हुआ है. यह प्रतिनिधि मंडल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल और सोनिया गांधी से मिलेगा. प्रतिनिधि मंडल में सामिल लोगों का कहना कि वो राहुल गांधी से पुराना इतिहास दोहराने की बात करेंगे और कानपुर से चुनाव अभियान शुरू करने के लिए कहेंगे. इसके साथ ही यह भी मांग रखी जाएगी की शहर आ कर गंगा आरती करें और सरकार बनने के बाद गंगा को स्वच्छ करने का संकल्प लें.


कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का हब रहा है कानपुर
कानपुर शहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का हब रहा है, पंडित जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गांधी ,राजीव गांधी, सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी तक इस शहर में कई जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं. लेकिन पुराने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानना है कि जब-जब कांग्रेस की लोकप्रिय देश में कम होने लगती है तो, कांग्रेस पार्टी अपने चुनावी अभियान का आगाज कानपुर से करती है तो उसे प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसा पंडित नेहरु ने भी किया और इंदिरा गांधी ने भी किया था.


तब कांग्रेस पार्टी ने प्रचंड बहुमत के साथ दिल्ली में सरकार बनाई थी


कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लोग दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. हम लोग राहुल गांधी से आग्रह करेंगे कि चुनावी अभियान का आगाज कानपुर से करें. चुनावी अभियान की दृष्टिकोण से कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत भाग्यशाली है. ऐसा उनकी दादी इंदिरा गांधी ने 1971 में किया था, उस वक्त कांग्रेस की लोकप्रियता पूरे देश में घटी थी. जब इंदिरा गांधी ने कानपुर से देश की जनता को सन्देश दिया था लोग अपने आप कांग्रेस से जुड़ने लगे थे. जब परिणाम आए तो सभी चौंक गए थे. कांग्रेस पार्टी ने प्रचंड बहुमत के साथ दिल्ली में सरकार बनाई थी.

इसके साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों के विषय में भी उनसे चर्चा की जाएगी. चुनावी रानीति बनाकर कानपुर की सीट को उनके झोली में डालने का संकल्प लेकर हम लोग लौटेंगे. मौजूदा कानपुर के हालत से भी उनको अवगत कराएंगे.