कानपुर: कानपुर का तिलक हॉल कांग्रेस पार्टी का केंद्र रहा है,पंडित जवाहर लाल नेहरु ने तिलक हॉल का शिलान्यास किया था. जब तिलक हॉल बनकर तैयार हुआ तो महात्मा गांधी ने इसका उद्घाटन किया था. महात्मा गांधी अपने प्रवास के दौरान झाड़ू लगाकर लोगों को जागरूक करने के सफाई अभियान भी चलाया था. जिसमें बड़ी संख्या में शहरवसी इस अभियान का हिस्सा बने थे. तिलक हॉल लोकमान्य बालगंगाधर तिलक के याद में बनवाया गया था. लोकमान्य बालगंगाधर तिलक का कानपुर से बहुत गहरा रिश्ता था बड़ी संख्या में उनके प्रशंसक कानपुर में थे और वो अक्सर कानपुर आते रहते थे.

कानपुर क्रांतिकारियों की भूमि रही है यहां की मिट्टी से क्रांतिकारियों का अटूट रिश्ता रहा है. लोकमान्य गंगाधर तिलक की कानपुर में क्रांतिकारियों की बड़ी फ़ौज थी. उनके एक आवाहन पर हजारों क्रन्तिकारी खड़े रहते थे. जब लोकमान्य बालगंगाधर तिलक का 1920 में निधन हो गया तो क्रांतिकारियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी. तभी कानपुर में उनके समर्थकों ने एक स्मारक बनवाने का निश्चय किया. इसके लिए पूरे शहर से चंदा इकठ्ठा किया गया. पंडित जवाहर लाल नेहरु ने सन 1931 में तिलक हॉल का शिलान्यास किया. तिलक हॉल के निर्माण में पैसो की कमी की वजह से तीन साल का वक्त लग गया. जब तिलक हॉल बनकर तैयार हुआ महात्मा गांधी ने 24 जुलाई सन 1934 में तिलक हॉल का उद्घाटन किया था.

तिलक हॉल कांग्रेस पार्टी का सबसे अहम हिस्सा है आजादी के पहले से लेकर वर्तमान में भी कांग्रेस पार्टी अपनी सभी मीटिंग इसी कार्यालय में करती है. चुनाव से लेकर धरना प्रदर्शन तक की रणीनीति यही पर तैयार की जाती है.

कांग्रेस पार्टी का 40वां अधिवेशन 1925 को कानपुर में हुआ था, उस वक्त गांधी जी के अधिवेशन को संबोधन को सुनने के लिए शहर भर की जनता इकठ्ठा हुई थी. महात्मा गांधी उस वक्त अपनी पत्नी कस्तूरबा गांधी के साथ कानपुर में थे. इस दौरान उन्होंने लोगों को जागरूक करने के लिए सफाई अभियान भी चलाया था.  लोगों को जागरूक करने के लिए उन्होंने खुद झाड़ू उठाकर सफाई करने का जिम्मा लिया था. बापू को झाड़ू लगाते देख पूरा शहर झाड़ू लेकर घरों से बाहर निकल आया था.

पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरप्रकाश अग्नोहोत्री का कहना है कि कानपुर का तिलक हॉल किसी मंदिर से कम नहीं है. इसकी गरिमा को बनाये रखना हम सभी कर्तव्य है, लेकिन नई पीढ़ी इस दिशा में कम ध्यान दे रही है. लेकिन जब तक कांग्रेस की शान रहे बुजुर्ग नेता हैं इसकी मर्यादा सदैव बनी रहेगी. उन्होंने बताया कि इस तिलक हॉल में महात्मा गांधी,पंडित जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गाँधी और राजीव गांधी समेत कांग्रेस के सभी वरिष्ट नेता आ चुके हैं.