कानपुर: कानपुर में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने मां-बाप और बेटे के रिश्ते पर सवालिया निशान लगा दिया है. जिस बच्चे को दिन रात एक कर मां-बाप ने बड़े ही नजाकत के साथ पालन पोषण कर बड़ा किया था कि आगे चल कर ये बुढ़ापे की लाठी बनेगा. वही बेटा आज अपने मां-बाप का दुश्मन बन बैठा है. उसने अपने मां-बाप के साथ मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया. सर्दियों में बुजुर्ग दम्पति इधर-उधर भटक रहे हैं. बुजुर्ग दम्पति ने एक हैरान कर देने वाली बात का खुलासा करते हुए बताया कि बहु चोकर की बनी कच्ची रोटिया देती थी जिसमें कीड़े-मकौड़े और घुन रहते थे.
इंसाफ की तलाश में भटक रहे दम्पति की जब थाने में सुनवाई नहीं हुई तो एसपी कार्यकालय के बाहर बैठकर मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगायी है. बुजुर्ग दम्पति का कहना है कि मुख्यमंत्री संत हैं और वो एक पिता की पीड़ा को समझ सकते हैं.
नौबस्ता थाना क्षेत्र स्थित गंगापुर कॉलोनी में रहने वाले शिव प्रकाश शुक्ला पत्नी,बेटे संजय शुक्ल और बहु लक्ष्मी के साथ रहते हैं. बुजुर्ग शिव प्रकाश शुक्ला का आरोप है कि बेटे संजय ने नशीली दावा खिलाकर मकान, जमीन और घर अपने नाम करा लिया. मैं और पत्नी दोनों डायबिटीज के पेशेंट है दवा के सहारे ही ही हमारा जीवन कट रहा है. बेटा और बहु खाना तक खाने को नहीं देते हैं. हम दोनों को घर से बाहर निकाल दिया है. इस सर्दी के मौसम में हम लोग इधर उधर भटकने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा मुझे न्याय चाहिए अगर न्याय नहीं मिला तो हम दोनों बुजुर्ग दम्पति आत्महत्या कर लेंगे.
शिवप्रकाश ने बताया कि बेटा छह महीने से शराब पीकर हम लोगों के साथ मारपीट कर रहा है. बहु खाना नहीं देती है जब देती है तो चोकर की बनी कच्ची रोटिया देती है. जिसको खाकर हम दोनों बीमार हो जाते हैं. बेटे के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बेटा कहता है कि अब इन्हें खाना पानी बंद कर दो. उन्होंने कहा कि 15 दिनों से हम पति-पत्नी भटक रहे है हमें घर के अन्दर तक नहीं घुसने दिया जा रहा है. हमारे पास कपड़े तक नहीं हैं और ना ही दवा है. बेटे ने चार बीघे जमीन बेच दी और इसके साथ ही धोखे से 10 लाख रुपये भी हड़प लिए हैं.
खाने में कीड़े-मकौड़ों से भरी चोकर वाली रोटी देता था बेटा, बुजुर्ग दम्पति ने सीएम योगी से लगाई गुहार
एबीपी न्यूज
Updated at:
16 Nov 2018 08:36 AM (IST)
इंसाफ की तलाश में भटक रहे दम्पति की जब थाने में सुनवाई नहीं हुई तो एसपी कार्यकालय के बाहर बैठकर मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगायी है. बुजुर्ग दम्पति का कहना है कि मुख्यमंत्री संत हैं और वो एक पिता की पीड़ा को समझ सकते हैं.
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