सूट-बूट पहनकर चोरी करने निकलता था अरवेंद्र, इकट्ठा कर रखी थी अकूत संपत्ति
इस चोर के कुछ सिद्दांत थे कि ये चोरी की घटनाओं को अकेले ही अंजाम देता था. यह रात को 11 बजे अपटूडेट होकर लैपटॉप का बैग लेकार निकलता था और और सुबह 5 बजे तक चोरी की वारदात को अंजाम देता था.
कानपुर: कानपुर की नौबस्ता पुलिस ने एक ऐसे चोर को पकड़ा है जो सूट-बूट पहनकर चोरी करने निकलता था. इस चोर के कुछ सिद्दांत थे कि ये चोरी की घटनाओं को अकेले ही अंजाम देता था. यह रात को 11 बजे अपटूडेट होकर लैपटॉप का बैग लेकार निकलता था और और सुबह 5 बजे तक चोरी की वारदात को अंजाम देता था. पुलिस ने इसके पास से आधा किलो सोने के आभूषण ,15 किलो चांदी ,74 चांदी के सिक्के ,11 स्मार्टफोन ,1 किलो 500 ग्राम का डुप्लीकेट चाभियों का गुच्छा ,दो बाइक पिस्टल और 5 जिन्दा कारतूस बरामद हुए हैं. विभिन्न थानों में इस पर लूट चोरी के लगभग 40 मुक़दमे दर्ज हैं.
सूट-बूट में देता था चोरी को अंजाम अरवेंद्र रजक मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला है. चोरी करना अरवेंद्र का शौक है उसे चोरी करने की सभी टेक्निक पता है. चोरी करने के दौरान उसके कुछ सिद्धांत है और आम जनता के बीच रहकर भी उसे पड़ोस के लोग नहीं समझ पाते थे कि यह कितना बड़ा चोर और लूटेरा है. अरवेंद्र अपनी पत्नी पूजा उर्फ़ प्रीती के साथ किराए के कमरे में रहता था. अरवेंद्र और उसकी पत्नी ने पड़ोसियों को बता रखा था कि वह रात में ड्यूटी करता है और दिन में सोता है. अरवेंद्र रात के ग्यारह बजे अच्छे कपड़े पहन कर लैपटॉप बैग लेकर निकल जाता था उस बैग में डुप्लीकेट चाभियों का गुच्छा और हथौड़ी और ताले तोड़ने का सामान रहता था.
पहले कर लेता था घरों की रेकी अरवेंद्र पूरी रात घूम-घूम कर चोरी की वारदातों को अंजाम देता था और सुबह 5 बजे घर आ जाता था. इसके बाद वह पूरे दिन सोता था और शाम के वक्त उन घरों की रेकी करता था जो बंद रहते थे. उसने आस-पास के लोगों को बता राखा था कि एक महीने में उसकी सिर्फ चार दिन छुट्टी होती है. इस काम में उसकी पत्नी उसका पूरा सहयोग करती थी.
70 हजार से एक लाख की कीमत के दर्जनों मोबाइल बरामद
एसपी साउथ रवीना त्यागी के मुताबिक यह बहुत ही शातिर किस्म का चोर है. इसके पास 70 हजार से एक लाख की कीमत के दर्जनों मोबाइल बरामद हुए हैं. हैरत की बात ये थी कि अरवेंद्र किसी से भी मोबाइल पर बात नहीं करता था. वह उन मोबाइल का इस्तेमाल सिर्फ टार्च जलाने ,ऍफ़एम और गाने सुनने में करता था. उन्होंने बताया कि अरवेंद्र और उसकी पत्नी के पास से बड़ी बरामदगी हुई है. यह चोरी की गई ज्वेलरी को सर्राफा व्यापारियों को बेचते थे. हमारी पुलिस ने दो सर्राफा व्यापारियों आकाश वर्मा और संजय वर्मा को गिरफ्तार किया है. यह दोनों सर्राफा व्यापारी चोरी का माल लेकर गलाते थे.
ये था चोरी का राज उन्होंने बताया कि अरवेंद्र का एक साथी है मनोज जो भिंड का रहने वाला है. मनोज और अरवेंद्र अच्छे दोस्त है ,मनोज ही अरवेंद्र को कानपुर लाया था. उसी ने कहा था कि तुम्हारे अन्दर चोरी करने का हुनर है और कानपुर में बहुत माल है. पूछताछ में शातिर चोर अरवेंद्र ने बताया कि मेरी आदत है कि मै अकेले ही चोरी की घटनाओं को अंजाम देता हूं. मै अपनी पत्नी के साथ अलग-अलग स्थानों पर किराए का कमरा लेकर रहता था. हम ऐसी जगह पर कमरा लेते थे कि जहा से टैम्पो और बस आसानी से मिल जाए. हम लोग ज्यादा घर से बाहर नहीं निकलते थे और किसी से बात भी नहीं करते थे. मैं महीने में 26 दिन चोरी करता था मेरे पास रुपयों की कोई कमी नहीं है.