कानपुर: इंदौर पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में 20 नवंबर को मारे गये यात्रियों में से तीन अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. अंतिम संस्कार करने से पहले इन शवों के फोटोग्राफ और डीएनए सैम्पल सुरक्षित रख लिये गये हैं. हादसे के बाद से यह शव शहर के उर्सला अस्पताल के डीप फ्रीजर में रखे हुये थे. जिन अज्ञात शवों का अंतिम संस्कार किया गया उनमें दो पुरूष और एक महिला के शव तथा एक महिला का पैर और एक पुरूष का हाथ शामिल था.
DNA सैम्पल भी रखे गए सुरक्षित
कानपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ रामायण प्रसाद ने बताया कि ट्रेन हादसे में मारे गये अज्ञात शवों को कमिश्नर मो इफिताखुरूददीन के आदेश पर उर्सला अस्पताल के डीप फ्रीजर में पिछले 15 दिन से रखा गया था. इन शवों की पहचान के लिये समाचार पत्रों में विज्ञापन देने से लेकर सभी प्रयास किये गये लेकिन जब कोई इन शवों की पहचान को नहीं आया तब इन शवों के पास से मिला सारा सामान सुरक्षित रख लिया गया. इनके फोटोग्राफ भी खींचे गए तथा इनके डीएनए सैम्पल भी सुरक्षित रख लिये गये.
पूरे धार्मिक रीति रिवाज से किया गया अंतिम संस्कार
उन्होंने बताया कि इन तीन शवों के अलावा एक अज्ञात महिला का पैर तथा एक पुरूष का हाथ भी था. कमिश्नर के आदेश पर 15 दिन के इंतजार के बाद इन अज्ञात शवों को पुलिस को सौंप दिया गया जिसने स्वंय सेवी संस्थाओं (एनजीओ) की मदद से पूरे धार्मिक रीति रिवाज से कल शाम इनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
आपको बता दें कि 20 नवंबर को कानपुर देहात के पास पुखरांया में इंदौर पटना एक्सप्रेस हादसे में 151 यात्रियों की मौत तथा 200 लोग घायल हो गये थे.