नई दिल्ली: सीनियर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल की किताब ‘शेड्स ऑफ ट्रुथ’ के विमोचन के मौके पर आज विपक्ष के कई नेताओं ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. इस मौके पर कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता तो मौजूद थे ही सीताराम येचुरी, शरद यादव, प्रफुल्ल पटेल, फारूक अब्दुल्ला जैसे प्रमुख विपक्षी नेता भी पहुंचे.


इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई. चर्चा के दौरान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग का मामला भी उठा. पी चिदंबरम ने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी में दो राय थी. एक वर्ग इसके पक्ष में था दूसरा इसलिए इसके विरोध में था क्योंकि ये प्रक्रिया के पहले ही चरण में लुढ़क जाता. मैं भी विरोध में था. हालांकि पार्टी ने महाभियोग के पक्ष में फैसला किया लेकिन ये पहले चरण को ही पार नहीं कर सका. पहली बार कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता ने सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है कि इस मुद्दे पर पार्टी में आमराय नहीं थी. सीताराम येचुरी ने कहा कि कांग्रेस ने फैसला लेने में देरी कर दी. वहीं इस चर्चा को खत्म करते हुए ने शरद यादव ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि कुछ भी हुआ हो महाभियोग के बाद ठीक फैसले आने लगे.


पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार को जम कर घेरा. मनमोहन सिंह ने रोजगार, खेती से लेकर सीमाओं की सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार को नाकाम बताया. उन्होंने कहा कि चार सालों में सरकार वादे पूरा करने में असफल रही है. सरकार पर बड़ा हमला करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि आज महिलाओं, दलितों और अल्पसंख्यकों में असुरक्षा की भावना है. वहीं सिब्बल ने कहा कि गठबंधन की राजनीति ही देश को आगे लेकर जा सकती है.


जाहिर है अगले लोकसभा चुनाव पर भी चर्चा हुई. इस दौरान सीताराम येचुरी ने कहा कि अगला चुनाव मोदी बनाम भारत होगा. बता दें कि कपिल सिब्बल ने अपनी नई किताब में मोदी सरकार के चार सालों की जम कर आलोचना की है साथ ही यूपीए की हार की समीक्षा भी की है.