कौशाम्बी: क्वारंटाइन सेंटर में म्यूजिक से दूर किया जा रहा है तनाव, श्रमिकों ने क्रिकेट को बनाया दिनचर्या का हिस्सा
कोरोना काल में उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले में अपने घर लौटे प्रवासी श्रमिक संगीत, खेल और नृत्य के जरिए अपने तनाव को कम कर रहे हैं. इसके अलावा इन श्रमिकों ने क्रिकेट के खेल को भी अपनी दिनचर्या में शामिल किया हुआ है. घर लौटे श्रमिकों के इस कार्य की सराहना गांव के लोग भी कर रहे हैं.
कौशाम्बी। कोरोना महामारी के बीच जारी लॉकडाउन के दौरान परदेस से आए प्रवासी श्रमिक क्वारंटाइन सेंटरो में रह रहे हैं. कौशाम्बी जिले के सरसवां ब्लॉक के खेरवा गांव में बने क्वारंटाइन सेंटर में तनाव को दूर करने के लिए प्रवासी मजदूर म्यूजिक का सहारा ले रहे हैं. श्रमिक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए डांस भी करते हैं.
म्यूजिक और डांस करते हुए ये प्रवासी श्रमिक अपने आपको तनाव मुक्त रखते हैं. प्रवासी श्रमिक बीएस मिश्रा ने बताया कि अकेले में रहकर ऊब न लगे, अपनों के पास आकर उनसे दूर रहने का गम न रहे तो वह म्यूजिक के साथ डांस करते हैं. इसके अलावा ये श्रमिक क्रिकेट के खेल को भी अपनी दिनचर्या में शामिल किए हुए हैं.
गौरतलब है कि, कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की घोषणा की है जिससे महामारी को फैलने से रोका जा सके. लॉकडाउन की वजह से बहुत से प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में फंस गए थे. अब जब वह अपने घर आ रहे हैं तो उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में 14 से 21 दिन तक रखा जा रहा है. क्वारंटाइन सेंटर में रहकर प्रवासी मजदूर क्रिकेट, योगा और संगीत के माध्यम तनाव को दूर कर रहे हैं.
कौशाम्बी के सरसवा विकासखंड के खेरवा गांव स्थित क्वारंटाइन सेंटर में तकरीबन एक दर्जन प्रवासी मजदूर हैं. ये सभी मजदूर तनाव दूर करने के लिए क्रिकेट खेलते हैं. इसके अलावा म्यूजिक के माध्यम से डांस करके तनाव दूर करते हैं. घर लौटे श्रमिकों के इस कार्य की सराहना गांव के लोग भी कर रहे हैं और साथ ही इस बात को लेकर अन्य लोगों को भी जागरूक कर रहे हैं कि बाहर से आए लोगों को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी खुद समझनी होगी.