पटना: बिहार ने बाढ़ प्रभावित केरल में राहत और पुनर्वास कार्यो के लिए शनिवार को 10 करोड़ रुपये दिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केरल के अपने समकक्ष पिनरई विजयन को लिखे एक पत्र में कहा, "मैं मुख्यमंत्री राहत कोष से केरल के लिए 10 करोड़ रुपये का छोटा-सा योगदान भेज रहा हूं."


मुख्यमंत्री ने कहा, "बाढ़ के दौरान प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली तकलीफों के बारे में बिहार के लोगों से ज्यादा बेहतर कोई नहीं जानता. मुझे विश्वास है कि केरल के लोगों की ताकत और क्षमता राज्य को इस आपदा से उबार लेगी."





नीतीश कुमार ने कहा, "केरल में लगातार बारिश से भयानक बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर जान-माल के नुकसान से बेहद दुखी हूं. मैं बिहार के लोगों की ओर से सभी पीड़ितों और उनके परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं."


केरल में बाढ़ की वजह से लोग दुर्गम इलाकों में फंसे हैं. उनके पास प्राथमिक जरूरत का सामान खत्म हो चुका है. नौका से नहीं पहुंचने लायक जगहों में फंसी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कई लोगों को सेना के हेलीकॉप्टरों से सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है.


पहाड़ी इलाकों में पहाड़ के हिस्से जमीन पर गिरने से सड़क जाम हो रहे हैं, जिससे बाकी जगहों से उनका संपर्क टूट जा रहा है. द्वीप की शक्ल ले चुके कई गांवों में फंसे लोगों को निकालने का अभियान भी जारी है.


तीनों सेनाओं के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों द्वारा छतों और ऊंची जगहों पर फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने का काम किया जा रहा है. बाढ़ में फंसे लोग और उनके परिजन सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर मदद की गुहार लगा रहे हैं.