लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सांसद केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को कहा कि समाजवादी पार्टी अपनी साढ़े चार साल की सरकार के माथे पर लगे कुशासन के दाग पर पर्दा डालने के लिए तरह-तरह के स्वांग रच रही है.


हाथ पर हाथ धरे बैठी रही अखिलेश सरकार


मौर्य ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एसपी अपना सबसे साफ सुथरा चेहरा बताती है जबकि अखिलेश सरकार के कार्यकाल में लगभग 500 से अधिक साम्प्रदायिक तनाव की घटनाएं और दंगे हुए. अराजक तत्व प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डेढ़ किलोमीटर तक नंगी तलवारें लेकर सड़कों पर मार्च करते रहे और पार्को में मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करते रहे और अखिलेश सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही.’’


उन्होंने आरोप लगाया कि जिस अखिलेश के नेतृत्व के कसीदे पढ़ते एसपी नहीं थक रही है, उनके कार्यकाल में बरेली, सहित कई जिलों में बेटियों ने भयग्रस्त होकर स्कूल, कालेज जाना बंद कर दिया है. मुख्यमंत्री आवास से चंद कदमों की दूरी पर छात्रा की बलात्कार और हत्या की गई. अपराधी इतने स्वछन्द हो गये कि लखनऊ की बेटी के शरीर को आरी से कई टुकड़ों में काट डाला.


पीड़ित के परिवार को दौड़ाती रही पुलिस


मौर्य ने कहा कि पीड़ित परिवार के लोगों की शिकायत नहीं सुनी गई. अखिलेश सरकार की पुलिस सोती रही अपराध होते रहे. आलम यह है कि आज के ही समाचार पत्रों में प्रकाशित घटना में पीड़ित के परिवार को पुलिस दौड़ाती रही लेकिन मामला दर्ज नहीं किया. छात्रा की अधजली लाश मिली, तब गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी.


बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि राजधानी की सड़क पर महिला पत्रकार से बदसलूकी होती रही. महिला पत्रकार पुलिस कंट्रोल रूम को फोन करती रही लेकिन मदद नहीं मिली. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता अब और अपराध सहन नहीं कर सकती तथा इसके लेखा-जोखा सहित पूरा जबाव एसपी को देने वाली है.


राष्ट्रवाद, विकास और सुशासन की राजनीति


मौर्य ने बीएसपी द्वारा चुनाव आयोग में की गई शिकायत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जातपात की राजनीति करने वाले राष्ट्रवाद, विकास और सुशासन की राजनीति करने वालों के खिलाफ तथ्यहीन और बेबुनियाद शिकायत कर रहे हैं.