मथुरा: उत्तर प्रदेश में अवैध रेत खनन मामले में सीबीआई की छापेमारी पर उठ रहे सवालों पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि अगर राजनीतिक दल यह समझते हैं कि चुनाव से पूर्व जांच एजेंसियों के कार्यालय पर ताले लगा दिए जाएं, तो यह संभव नहीं है. जांच एजेंसी अपना काम करेगी, और जो दोषी होगा उसे बंद (गिरफ्तार) भी करेगी.


उन्होंने कहा, "अगर राजनीतिक दल यह चाहते हैं कि चुनाव से पहले जांच एजेंसियों के कार्यालयों पर ताला लगा दिया जाए तो ऐसा संभव नहीं है. राजनीतिक दलों को किसी भी जांच एजेंसी के खिलाफ बयान देने से पहले चार बार सोच लेना चाहिए."


एसपी सरकार के शासनकाल में साल 2012 से 2016 के बीच राज्य में कथित खनन घोटाला मामले में सीबीआई ने शनिवार को लखनऊ में आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के घर पर छापा मारा था. सीबीआई ने बुंदेलखण्ड में अवैध खनन के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर चंद्रकला समेत 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया.


साल 2012-13 में खनन विभाग तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास था. लिहाजा माना जा रहा है कि सीबीआई इस मामले में उनसे भी पूछताछ कर सकती है. उपमुख्यमंत्री रविवार को वृन्दावन के वात्सल्य ग्राम में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए थे.


अयोध्या स्थित रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के संबंध में उच्चतम न्यायालय जो निर्णय देगा, हमें उसका अनुपालन भर करना है. इस बारे में हम निर्णय नहीं कर सकते.


उन्होंने कहा कि मथुरा-वृन्दावन रोड को जल्द ही चार लेन में बदलने की योजना है. सभी कागजी तैयारी पूरी कर ली गई हैं और जल्द ही इस मार्ग को 40 करोड़ रूपये की लागत से चार लेन में तब्दील करने का कार्य शुरु दिया जाएगा.