पटना: बिहार में शराबबंदी के बाद खैनी पर बैन लगने की खबरों पर विराम लग गया है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि राज्य में खैनी पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा है कि बिहार के लोगों के खैनी की खेती और उसका सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित किया जाएगा.


पिछले कुछ दिनों से यह दावा किया जा रहा था कि बिहार सरकार शराबबंदी के बाद अब राज्य में खैनी पर बैन लगा सकती है. बैन की खबरें उस वक्त सुर्खियां बननी शुरू हो गई जब बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने गुटखा-पान मसाला की तरह खैनी को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानकर इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया. यह भी दावा किया जा रहा था कि देश में खाने-पीने की चीजों को लाइसेंस देने वाली फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एफएसएसएआई से इसे फूड प्रोडक्ट की सूची में डालने का प्रस्ताव भेजा जाएगा.


बिहार: शराब के बाद अब खैनी की बारी, नीतीश सरकार कर रही है बैन लगाने की तैयारी


रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार में चालीस फीसदी कैंसर तंबाकू चबाने से ही होते हैं. इसमें भी 80 फीसदी मुंह का कैंसर होता है. खास तौर पर उत्तरी बिहार में यह ज्यादा होता है. फिर भी जब खैनी पर बैन लगाने की खबरें सामने आई तो सोशल मीडिया पर इसका काफी विरोध देखने को मिला. बात अगर पूरे देश की करें तो हर साल तंबाकू खाने से 12 लाख लोगों की मौत हो जाती है. तंबाकू से ही 28 तरह के कैंसर होते हैं.