कीर्ति आजाद को कई पार्टियों से मिल रहे हैं ऑफर, कहा- खरमास के बाद तय करेंगे
दरभंगा से सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि विकास के नाम पर जनता को धोखा दिया जा रहा है. हालांकि उन्होंने माना कि जब नीतीश सरकार 2005 में आई थी तब राज्य विकास की ओर अग्रसर था लेकिन 2010 के बाद फिर स्थिति खराब हो गई.
पटना: बीजेपी से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि उन्हें कई पार्टी से ऑफर मिल रहे हैं लेकिन वे खरमास के बाद आगे की रणनीति तय करेंगे. बुधवार को कीर्ति आजाद ने राजधानी पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. राज्य सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के शासनकाल में भ्रष्टाचार और अपराधियों का बोलबाला बढ़ गया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब कीर्ति आजाद से पूछा गया कि क्या वो आने वाले चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन में जाएंगे, इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि खरमास बाद 17 या 18 जनवरी को वे इसका खुलासा करेंगे. उन्होंने कहा कि बहुत सी पार्टियों से उन्हें ऑफर मिल रहे हैं लेकिन वे इसका खुलासा खरमास बाद ही करेंगे.
दरभंगा से सांसद आजाद ने कहा कि विकास के नाम पर जनता को धोखा दिया जा रहा है. हालांकि उन्होंने माना कि जब नीतीश सरकार 2005 में आई थी तब राज्य विकास की ओर अग्रसर था लेकिन 2010 के बाद फिर स्थिति खराब हो गई. उन्होंने कहा कि इस सरकार के खात्मे के लिए वे अगले महीने से राज्यव्यापी अभियान चलाएंगे. इस दौरान कीर्ति आजाद ने राज्य सरकार से किसानों के दो लाख रुपए तक के कर्ज को अविलंब माफ करने की मांग की.
पिछले दिनों दरभंगा में हुए केंद्र सरकार के कर्यक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें उन्हें एक कोने में बैठा दिया गया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना' बने थे. दरभंगा हवाई अड्डे को लेकर वे खुद अपना श्रेय लेना चाहते हैं जबकि बिहार सरकार की मंशा नहीं रही है कि दरभंगा हवाई अड्डे की शुरूआत हो. इसी कारण 30 एकड़ जमीन अधिग्रहण मामले को लटका कर रख दिया गया है.
कीर्ति आजाद ने कहा कि कहा 8 दिसंबर 2015 को उनकी अगुवाई में ही बिहार के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मिला था, तब जाकर दरभंगा हवाई सेवा पर अमल शुरू हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर बिहार और मिथिला के प्रति राज्य सरकार का रवैया हमेशा ही नकारात्मक रहा है.