उन्नाव: उन्नाव के चर्चित गैंगरेप मामले के आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर की पॉक्सो कोर्ट में पेशी हुई जहां उनकी रिमांड 27 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है. बता दें कि इस पूरे मामले तीन केस पर जांच हो रही है. पूरा मामला उस वक्त सुर्खियों में आया जब नाबालिग पीड़िता ने सेंगर के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने को आत्मदाह का प्रयास किया.


ये है पूरा मामला


इस मामले में पहली प्राथमिकी कथित बलात्कार के संबंध में है जिसमें सेंगर और एक महिला शशि सिंह आरोपी हैं. दूसरी प्राथमिकी हिंसा से और पीड़िता के पिता की न्यायिक हिरासत में मौत से संबंधित है. हिंसा मामले में चार स्थानीय लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.


तीसरा मामला पीड़िता के पिता के खिलाफ उन आरोपों से जुड़ा है जिसमें उन्हें शस्त्र कानून के तहत गिरफ्तार करके स्थानीय पुलिस ने जेल में बंद कर दिया था. वहां रहस्यमयी हालत में उनकी मौत हो गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर चोट के निशान पाए जाने की बात सामने आई थी.


पीड़िता का आरोप है कि विधायक ने चार जून 2017 में अपने आवास पर उसके साथ रेप किया था जब वह अपने रिश्तेदार के साथ वहां नौकरी मांगने गई थी. पीड़िता के पिता की विधायक के भाई और अन्य की कथित तौर पर मारपीट के बाद करीब एक सप्ताह के बाद न्यायिक हिरासत में मौत हो गई थी.


अपने विधायक पर रेप के आरोप लगने से शर्मिंदगी झेल रही योगी आदित्यनाथ सरकार ने इन मामलों को जांच के लिए केंद्र के पास भेज दिया था. लड़की के पिता की मौत के पहले का एक तथाकथित वीडियो वायरल हो गया था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि पुलिस की मौजूदगी में विधायक के भाई और अन्य ने उनके साथ मारपीट की थी. उन्हें रायफल के बट और लाठी डंडों से मारा गया था.