कुंभ की धर्म संसद में शंकराचार्य का बड़ा एलान- 21 फरवरी को रखेंगे राम मंदिर की पहली ईंट
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी राम मंदिर पर बड़ा बयान दिया है. अमित शाह ने कहा है कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट को जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए, ताकि मंदिर निर्माण का काम जल्द शुरु हो सके.
प्रयागराज: लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे पास आ रहा है, वैसे-वैसे राम मंदिर का मुद्दा भी गर्म होता जा रहा है. उत्तर प्रदेश में प्रयागराज कुंभ की धर्म संसद में राम मंदिर को लेकर एक प्रस्ताव पास किया गया है. इस प्रस्ताव के मुताबिक शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने एलान किया है कि साधु-संत दस फरवरी के बाद अयोध्या कूच करेंगे और 21 फरवरी को राम मंदिर की पहली ईंट रखेंगे.
कोई रोकेगा तो साधु संत गोली खाने के लिए भी तैयार- प्रस्ताव
धर्म संसद में कहा गया है कि 10 फरवरी यानी बसंत पंचमी के बाद साधु संत प्रयागराज से अयोध्या के लिए कूच करना शुरू करेंगे और 21 फरवरी को राम जन्मभूमि में पहली ईंट रखी जाएगी. इतना ही नहीं धर्म संसद में यह भी कहा गया है कि 21 फरवरी से राम मंदिर बनने तक सविनय अवज्ञा आंदोलन किया जाएगा और अगर इस बीच कोई रोकता है तो साधु संत गोली खाने के लिए भी तैयार हैं.
सरकार की अर्जी का निर्मोही अखाड़े और रामलला ने किया विरोध नाव से पहले मोदी सरकार ने राम मंदिर पर बड़ा दांव खेला. सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी है कि अयोध्या में विवादित जमीन के आसपास की गैर-विवादित जमीन उसके मालिकों को लौटा दी जाए. इस अर्जी के पीछे मंशा ये दिख रही है कि अयोध्या में उस जमीन पर निर्माण शुरू हो सके जिस पर विवाद नहीं है. राम मंदिर: सरकार की अर्जी का निर्मोही अखाड़े और रामलला ने किया विरोध, निर्माण का काम VHP के हाथ जाने की आशंका सरकार की इस अर्जी पर निर्मोही अखाड़ा और रामलला के पक्षकार महंत धर्मदास के कान खड़े हो गए हैं.निर्मोही अखाड़े ने सरकार से उसकी मंशा पूछी है, वरना कोर्ट जाने की धमकी दी है. निर्मोही अखाड़े और रामलला के विरोध की वजह राम मंदिर आंदोलन से बिल्कुल अलग है. निर्मोही अखाड़े और धर्मदास को आशंका है कि राम मंदिर बनने की नौबत आई तो विश्व हिंदू परिषद को मंदिर बनाने का जिम्मा मिल सकता है. निर्मोही अखाड़े का कहना है कि विश्व हिंदू परिषद ने राम मंदिर आंदोलन के लिए जमा पैसे का घोटाला किया है, घोटाले की रकम 1400 करोड़ तक हो सकती है.शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने 21 फरवरी को अयोध्या में राम जन्मभूमि का पूजन का एलान किया है. शंकराचार्य की धर्म संसद में प्रस्ताव पारित हुआ है कि 10 फरवरी को साधु संत अयोध्या कूच करेंगे #RamMandirPolitics #AyodhyaCase pic.twitter.com/JKKZpQodDb
— ABP न्यूज़ हिंदी (@abpnewshindi) January 30, 2019
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट को जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए- अमित शाह
वहीं इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी राम मंदिर पर बड़ा बयान दिया है. अमित शाह ने कहा है कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट को जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए, ताकि मंदिर निर्माण का काम जल्द शुरु हो सके. अमित शाह ने कहा, ‘’बीजेपी चाहती है कि राम जन्मभूमि के स्थान पर जल्दी से जल्दी भव्य श्रीराम के मंदिर का निर्माण शुरू हो, लेकिन जब भी कोर्ट में केस आता है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वकील वहां जाकर अड़ंगा लगा देते हैं, कैस को चलने नहीं देते.’’
इतना ही नहीं अमित शाह ने कहा है, ‘’हमें लगता था कि कोर्ट में केस चलेगा. मैं तो आज भी नहीं समझ पाता कि क्यों नहीं चल रहा है. ये केस जल्दी चलना चाहिए और इस केस का तुरंत परिणाम आना चाहिए. ये केस देश का सबसे वृद्ध मुकदमा है. 70 साल से अदालतों में लंबित है. भूमि भी वापस राम जन्म भूमि न्यास को मिलकर जल्दी से राम मंदिर का निर्माण शुरु होना चाहिए.’’
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