प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां कहा कि कुंभ मेला भारत की सनातन परंपरा है और यह मानव कल्याण का सबसे बड़ा आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन है. त्रिवेणी बांध पर स्थित आदिशंकरविमानमंडपम मंदिर के निकट आयोजित श्रीकुम्भाभिषेकम महोत्सव के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति अपना योगदान देकर कुम्भ को सकुशल संपन्न कराने में दिव्यता का परिचय दें.


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी के कार्य पर अंगुली उठाना बहुत सरल होता है, लेकिन कार्य में सहयोगी बनकर कार्य को मूर्तरूप में लाकर पूरा करना महानता का लक्षण है. देश में चार स्थानों पर कुंभ मेला होता है जिसमें प्रयागराज का कुंभ अपने आप में देश-दुनिया के लिए कौतुहल और आकर्षण का केंद्र होता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वृहद आयोजन में सभी की भागीदारी आवश्यक है. हर व्यक्ति अपनी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने लगे तो कहीं कमी नहीं दिखेगी. अबकी बार कुंभ का आयोजन देश-दुनिया को एकता, स्वच्छता का संदेश देने वाला होगा.

इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने आदिशंकरविमानमंडपम मंदिर के सभी तलों पर जाकर वहां स्थापित विग्रहों के दर्शन किए. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कांची कामकोटि पीठाधीश्वर शंकराचार्य से वार्ता की. इसके उपरांत योगी आदित्यनाथ ने बांध के नीचे स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर पहुंचे और दर्शन किया.

गत 29 नवंबर को श्रीकुम्भाभिषेकम महोत्सव का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने किया जिसमें उन्होंने प्रयागराज के लोगों से कुंभ के सफल आयोजन के लिए मेले में आने वाले लोगों का स्वागत बारातियों के स्वागत जैसा करने का आह्वान किया था.