गोरखपुरः कुंभ मेला की तैयारियों में केन्द्र और प्रदेश सरकार जोर-शोर से लगी हुई है. देश और विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ और विदेशियों के लिए भारतवर्ष का अनोख पर्व माना जाने वाला कुंभ आकर्षण का केन्द्र होता है. ऐसे में प्रयागराज पहुंचना और वहां पर कुंभ के दौरान स्नान कर पाने की उम्मीद दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मुश्किल खड़ी करता है. एनईआर ने इस बार इस मुश्किल को कम करने की पहल करते हुए 112 जोड़ी स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लेकर श्रद्धालुओं को सौगात दी है.
पूर्वोत्तर रेलवे ने इस बार कुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का खास ख्याल रखा है. एनईआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने बताया कि इस बार कुंभ के महास्नान को ध्यान में रखते हुए स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है. इन ट्रेनों पर कुंभ का लोगो भी होगा. श्रद्धालुओं को ज्यादा संख्या में स्नान का मौका मिल सके, इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने खास इतजाम किया है. पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से 112 जोड़ी ट्रेनें चलाई जा रही है. इसका उद्देश्य ये है कि श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें. इसके साथ ही उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े.
मकर संक्राति के पर्व और महा स्नान को ध्यान में रखते हुए 13 से 16 जनवरी तक 18 अप और डाउन ट्रेनें चलाई जा रही हैं. वहीं पौष पूर्णिमा के महास्नान को ध्यान में रखकर 20 से 22 जनवरी तक 10 जोड़ी अप-डाउन ट्रेनें चलेंगी. मौनी अमावस्या के महास्नान को ध्यान में रखकर 1 से 7 फरवरी तक सर्वाधिक 114 यानी 57 अप और 57 डाउन ट्रेनें चलाई जाएंगी. बसंत पंचमी पर 8 से 11 फरवरी तक 13 जोड़ी अप और डाउन ट्रेनें चलाई जाएंगी.
माघ पूर्णिमा के पावन पर्व और स्नान को ध्यान में रखकर 17 से 20 फरवरी तक 15 जोड़ी ट्रेनें चलाई जा रही हैं. वहीं महाशिवरात्रि पर 2 से 5 जनवरी के बीच 13 जोड़ी ट्रेनें चलाई जाएंगी. ये ट्रेनें पूर्वोत्तर रेलवे के अलग-अलग स्टेशनों से चलेंगी. इसके लिए अतिरिक्त टिकट काउंटर भी खोले जाएंगे. 2013 में कुंभ मेले में कुल 78 ट्रेनें चलाई गईं थीं. सीपीआरओ संजय यादव ने बताया कि भीड़ को देखते हुए विभिन्न स्टेशनों के लिए कुम्भ स्पेशल चलाने की योजना है.
स्पेशल ट्रेन चलाने के साथ ही कुंभ के दौरान अतिरिक्त टिकट काउंटर खुलेंगे. यात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए सभी ट्रेनों पर कुंभ का लोगो भी लगा होगा. यात्रियों के लिए पेयजल की भी अलग से व्यवस्था की जाएगी. इसके लिए अलग से कर्मचारियों की ड्यूटी पूर्वोत्तर रेलवे लगाएगा. कुंभ में एनईआर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. झूसी में स्टेबलिंग बनाने के साथ ही मोबाइल टिकट काउंटर भी खोले जाएंगे. वहीं स्टेबलिंग लाइन में एक साथ 10 ट्रेनें खड़ी हो पाएंगी. अनुमान के मुताबिक कुंभ के दौरान गोरखपुर से प्रतिदिन प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की संख्या दस हजार के आसपास होगी.