प्रयागराज: प्रयागराज में आयोजित हो रहे कुम्भ मेले की दिव्यता और भव्यता को देखने के लिए ढ़ाई हजार अप्रवासी भारतीय भी संगम नगरी आयेंगे. यूपी सरकार ने इक्कीस से तेईस जनवरी तक पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होने वाले अप्रवासी भारतीयों के सम्मेलन में आने वाले विदेशी मेहमानों को कुंभ मेले में लाने की तैयारियां पूरी कर ली हैं.


डेढ़ सौ से ज़्यादा देशों के ढाई हजार के करीब एनआरआई चौबीस जनवरी को कुंभ मेले में आएंगे. यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह के मुताबिक़ इन अप्रवासी भारतीयों को लग्जरी बसों के जरिये वाराणसी से प्रयागराज लाया जाएगा. कुंभ मेले में उन्हें सबसे पहले अरैल इलाके में बसाई गई टेंट सिटी में ले जाया जायेगा.


यहां रिफ्रेशमेंट के बाद बोट के जरिए उन्हें संगम नोज पर लाया जायेगा. संगम पर उनके पूजा-अर्चना की व्यवस्था रहेगी. इसके साथ ही जो भी संगम में आस्था की डुबकी लगाना चाहेंगे, उनके लिए भी संगम तट पर इंतजाम किया जा रहा है. सिद्धार्थनाथ सिंह के मुताबिक अप्रवासी भारतीयों को संगम में तीन स्थलों अक्षय वट, सरस्वती कूप और बड़े हनुमान मंदिर ले जाया जायेगा.


अप्रवासी भारतीयों के लिए किला घाट रोड पर ही लंच का इंतजाम रहेगा. लंच के बाद सभी अप्रवासी भारतीय बोट से अरैल जायेंगे और सेक्टर 19 में बनाये गए कला और संस्कृति ग्राम के साथ ही वेंडिंग जोन का भ्रमण करेंगे. सिद्धार्थनाथ सिंह के मुताबिक अप्रवासी भारतीयों को स्पेशल ट्रेनों से इलाहाबाद जंक्शन से दिल्ली भेजे जाने की व्यवस्था की गई है.


अप्रवासी भारतीयों की सुरक्षा के लिए भी विशेष सुरक्षा के प्रबंध किए जा रहे हैं. प्रत्येक बस में जहां एक स्पेशल सेक्योरिटी आफीसर के साथ सीओ को भी तैनात किया गया है. वहीं एनडीआरएफ, जल पुलिस, एटीएस और एसटीएफ को भी सुरक्षा में तैनात किया जायेगा.


अप्रवासी भारतीयों को कुम्भ मेले और दर्शनीय स्थलों की जानकारी देने के लिए लाइजनिंग ऑफीसर और टूरिस्ट गाइडों को भी तैनात किया जायेगा. चौबीस जनवरी को अप्रवासी भारतीयों के प्रयागराज आने के दिन ही पीएम नरेन्द्र मोदी भी मारीशस के प्रधानमंत्री के साथ प्रयागराज आ सकते हैं.