Kumbh mela 2019: लोकसभा चुनाव 2019 की छाप प्रयागराज में चल रहे कुंभ पर भी खूब दिख रही है. साधू-संतों के बीच राजनेता भी लगातार संगम तट पर डुबकी लगा रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तो अपनी कैबिनेट को ही कुंभ मेले में शिफ्ट कर दिया है. जहां आज दोपहर में बैठक होगी. जिसमें राज्य के सभी मंत्रियों को बुलाया गया है. कई मंत्री कल देर शाम ही पहुच गए थे.


आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे पहले बजरंगबली मंदिर पहुंचेंगे. जहां वे अपने सहयोगी मंत्रियों संग लेटे हुए हनुमान की पूजा करेंगे. फिर कैबिनेट मीटिंग होगी. इसके बाद सभी नेता गंगा और यमुना के संगम में डुबकी लगाएंगे.





आज की कैबिनेट बैठक में राम मंदिर पर जल्द सुनवाई को लेकर प्रस्ताव पास हो सकता है. आपको बता दें कि अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद का मसला सुप्रीम कोर्ट में है. इस मामले में सुनवाई टाल दी गई है. अगली सुनवाई की तारीखों की घोषणा जल्द की जा सकती है.


राजभर का किनारा
कैबिनेट की बैठक से ओम प्रकाश राजभर ने किनारा कर लिया है. दरअसल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) एनडीए से नाराज है. एसबीएसपी के अध्यक्ष ओपी राजभर ने ABP न्यूज़ से हुई बातचीत में बहिष्कार की पुष्टि की है.


राजभर ने आरोप लगाया कि पिछड़ों को तीन कैटेगरी में बांटने समेत बाकी मुद्दों पर सरकार उनकी नहीं सुन रही है, इसलिए बैठक का बहिष्कार करेंगे. राजभर ने कुंभ में बैठक को फिजूलखर्ची बताया है और कहा कि यह सिर्फ चुनावी तैयारी है. इस बैठक से गरीबों और पिछड़ों का भला नहीं होगा.


आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (एसपी) नेता अखिलेश यादव ने भी पिछले दिनों कुंभ में डुबकी लगाई थी. अखिलेश ने ट्वीट कर कहा, ''आज अर्द्ध कुंभ में संगम पर पावन स्नान व ‘लेटे हुए हनुमान जी’ के दर्शन का पुण्य लाभ एवं सौभाग्य.''





उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ''मेरे जीवन के दो लक्ष्य: संविधान की रक्षा और उस धर्म की सुरक्षा जो बताता है कि असल योगी वो है जो हर प्राणी को समता से देखता है और औरों के सुख दुख को अपना सुख दुख समझता है. आत्मौपम्येन सर्वत्र समं पश्यति योऽर्जुन सुखं वा यदि वा दु:खं स योगी परमो मत. संविधान का भी यही संदेश है.''


खबर है कि प्रियंका गांधी भी आने वाले दिनों में कुंभ का दौरा करेंगी. प्रियंका गांधी चार फरवरी को कुंभ मेले में संगम पर पवित्र डुबकी लगाने के साथ अपने राजनीतिक करियर की औपचारिक शुरुआत कर सकती हैं. प्रियंका उसी दिन पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव का पदभार भी संभालेंगी. जानकार सूत्रों के अनुसार, प्रियंका और राहुल दोनों चार फरवरी को पहले 'मौनी अमावस्या' और उसके बाद 'शाही स्नान' के मौके पर पवित्र स्नान करेंगे.