Kumbh Mela 2019: कुंभ मेले के सेक्टर 5 में आग ने मचाया तांडव, पांच टेंट जलकर खाक
मुख्य अग्निशमन अधिकारी (कुंभ मेला) प्रमोद शर्मा ने बताया कि पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे सेक्टर 5 स्थित शिविर में प्रसाद तैयार करते समय एक टेंट में आग लग गई और आग की चपेट में अन्य चार शिविर भी आ गए.
प्रयागराज: कुंभ मेले के पांचवे स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर मंगलवार को सेक्टर 5 में एक शिविर में आग लग गई जिससे वहां पांच टेंट जलकर खाक हो गए. हालांकि, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई.
मुख्य अग्निशमन अधिकारी (कुंभ मेला) प्रमोद शर्मा ने बताया कि पूर्वाह्न साढ़े ग्यारह बजे सेक्टर 5 स्थित शिविर में प्रसाद तैयार करते समय एक टेंट में आग लग गई और आग की चपेट में अन्य चार शिविर भी आ गए.
उन्होंने बताया, ‘‘धुंआ उठता देख अग्निशमन कर्मचारी तत्काल दमकल गाड़ी लेकर वहां पहुंचे जिससे 10 मिनट के भीतर आग पर काबू पा लिया गया. लेकिन तब तक 5 टेंट जलकर राख हो चुके थे. शिविर में 45-50 टेंट थे जहां कल्पवासी रह रहे थे.’’
उन्होंने बताया, ‘‘कल्पवासियों का अंतिम स्नान होने के चलते वे समूह में गैस पर प्रसाद बना रहे थे. जो टेंट जले वे मध्य प्रदेश से आए कल्पवासियों के थे. आग लगने से उनके रजाई-गद्दे और घरेलू सामान जल गए हैं.’’
पौष पूर्णिमा से शुरू हुआ एक माह का कल्पवास मंगलवार को माघी पूर्णिमा स्नान के साथ समाप्त हो गया.
बता दें कि इससे पहले कुंभ मेले में 13 फरवरी को भीषण आग लगने की घटना सामने आई थी. ये आग बिहार के राज्यपाल लाल जी टंडन के कैम्प में देर रात करीब ढाई बजे लगी जो सेक्टर बीस के अरैल इलाके में बने त्रिवेणी टेंट सिटी में था. हादसे में लाल जी टंडन को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था. गहरी नींद में सो रहे टंडन का मोबाइल, चश्मा, घड़ी व दूसरे सामान जल गए थे. बिजली के शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही थी.
इससे पहले 10 फरवरी को सेक्टर 13 के दंडी बाड़ा नगर के डंग जी भूरा मठ में आग लग गई थी. आग से मठ के चार कैंप जलकर राख हो गए थे.
इससे पहले 5 फरवरी को कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 15 में स्थित नाथ संप्रदाय के शिविर में मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे दो शिविरों में आग लग गई थी. आग में सीएम योगी के रुकने के लिए बनाए गए दोनों महाराजा टेंट जलकर राख हो गए थे. आग से लाखों का नुकसान हुआ है. जिसमें आग लगी वो योगी महासभा का पंडाल ओल्ड जीटी रोड पर बनाया गया था.
उससे पहले पहले 19 जनवरी को मेला क्षेत्र के सेक्टर 13 में बने प्रयागवाल सभा के पंडाल में आग लग गई थी. गनीमत ये रही कि इस हादसे में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
उससे पहले 16 जनवरी को स्वामी वासुदेवानंद के शिविर में आग लगी थी. शिविर में उस समय भंडारा चल रहा था. आग लगने से भंडारे का टेंट जलकर राख हो गया था.
उससे पहले 14 जनवरी को दिगंबर अखाड़े में आग लग गई थी. आग लगने से लाखों रूपये का सामान जलकर राख हो गया. आग इतनी ज़बरदस्त थी कि उसने फायर ब्रिगेड की टीमों के पहुंचने से पहले ज़बरदस्त तबाही मचाई. फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन से ज़्यादा दमकलों ने सेना और एनडीआरएफ की मदद से करीब आधे घंटे बाद आग पर काबू पाय लिया. आग से छावनी में लगे करीब दर्जन भर कैंप, उसमें रखे तमाम सामान और एक कार पूरी तरह जलाकर राख हो गए थे.