Kumbh Mela 2019: दिगंबर अखाड़े के खिलाफ कार्रवाई करेगा कुंभ मेला प्रशासन
कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के मुताबिक़ दिगंबर अखाड़े ने मकर संक्रांति के शाही स्नान में भी नियमों को तोड़ा था, जिसकी वजह से उसे नोटिस भी दिया गया था. इस मामले में कार्रवाई से पहले अखाड़ों की सहमति लेने के लिए मेला प्रशासन ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साथ बैठक करने का फैसला किया है.
प्रयागराज: प्रयागराज के कुंभ मेले में मौनी अमावस्या के शाही स्नान के दौरान दिगंबर अखाड़े द्वारा नियमों को तोड़ने, रास्ते व घाटों पर ज़्यादा वक्त लगाने, शाही जुलूस में बड़े वाहनों का इस्तेमाल करने और बड़ा उदासीन व निर्मल अखाड़े को स्नान करने से रोकने की घटना को मेला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. कुंभ मेला प्रशासन ने इस बारे में वीडियो फुटेज देखने के बाद दिगंबर अखाड़े के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की बात कही है.
कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के मुताबिक़ दिगंबर अखाड़े ने मकर संक्रांति के शाही स्नान में भी नियमों को तोड़ा था, जिसकी वजह से उसे नोटिस भी दिया गया था. इस मामले में कार्रवाई से पहले अखाड़ों की सहमति लेने के लिए मेला प्रशासन ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साथ बैठक करने का फैसला किया है.
विजय किरण आनंद ने दावा किया है कि मौनी अमावस्या पर तीन दिनों में साढ़े पांच करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने कुंभ मेले में आस्था की डुबकी लगाई है. उदासीन अखाड़े के धरने और निर्मल अखाड़े द्वारा कुछ देर बहिष्कार को छोड़कर मेले से लेकर शहर और रेलवे तक कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है. उन्होंने दावा किया कि अमावस्या पर कहीं भी भगदड़ व अनहोनी जैसी कोई दूसरी घटना नहीं हुई है. उनके मुताबिक़ दस फरवरी को बसंत पंचमी पर दो दिनों में तकरीबन पांच करोड़ श्रद्धालुओं के मेले में आने की उम्मीद है.
मेला डीआईजी केपी सिंह के मुताबिक अमावस्या के शाही स्नान के दौरान तकरीबन एक लाख बिछड़े हुए लोगों को उनके परिवार वालों से मिलाया गया है. अभी इकहत्तर लोगों को नहीं मिलाया जा सका है. अमावस्या पर भीड़ इतनी ज़्यादा आ गई थी जिससे कई जगहों पर भीड़ को काबू करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
योगी पंडाल में आग लगने पर
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने मीडिया सेंटर में प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी कि नाथ सम्प्रदाय के योगी महासभा कैंप में आग लगने की घटना ब्लोअर का इस्तेमाल करने के दौरान बिजली के शार्ट सर्किट की वजह से होने की बात सामने आई .उनके मुताबिक अगर इस मामले में योगी महासभा संस्था की लापरवाही सामने आती है तो जांच के बाद उसके खिलाफ नियमों के मुताबिक़ कार्रवाई की जाएगी.