Kumbh Mela 2019:  साल 2019 में होने वाले कुंभ के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. तीर्थयात्रीगण की सुरक्षा में किसी भी तरह से चूक न हो इसलिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. आइए जानते हैं तीर्थयात्रीगणों के सुरक्षा लिए क्या-क्या उपाय किया गया है.


1- अग्निशमन सेवा- 40 अग्निशमन केन्द्र 15 अग्नि शमन चौकियों के साथ स्थापित की गयी हैं.


2- निगरानी टावर- कुंभ के दौरान सभी घटनाओं और भीड़ पर नज़र रखने के लिए निगरानी टावर लगाए गए हैं. इन निगरानी टावर के जरिए प्रत्येक घाट पर नजर रखी जाएगी.


3-यातायात योजना- कुंभ के मद्देनज़र यातायात की सुविधाओं पर भी विशेष द्यान दिया गया है. इलाहाबाद नगर में भारत के बड़े शहरों से हवाई जहाज से पहुंचा जा सकता है. कुंभ मेला क्षेत्र के निकट पहुंचने के लिये मंदर मोड़ के निकट बस सेवायें उपलब्ध होगी. साथ ही कुंभ मेला के दौरान ऊंची मांग की पूर्ति करने के लिये तीर्थयात्रियों एवं दर्शकगण के लिये विशेष ट्रेन सेवायें आरंभ की जायेगी.


4-सुरक्षा सेवायें- 40 पुलिस थाने, 3 महिला पुलिस थाना और 60 पुलिस चौकियों के साथ 4 पुलिस लाइनें कुंभ मेला का एक भाग के रूप में स्थापित किये जा रहे हैं. इसके अलावा हर जगह पुलिस मौजूद रहेगी.


5-वीडियोग्राफी- भीड़ पर वीडियो के जरिए नजर रखी जाएगी. जहां कहीं भी भीड़ की वजह से कोई परेशानी होने की संभावना होगा वहां तत्काल प्रभाव से एक्शन लिया जाएगा.


6- खोया-पाया- प्रयागराज मेला प्राधिकरण पुलिस विभाग के साथ 12 उच्च तकनीक सम्पन्न खोया-पाया पंजीकरण केन्द्रों की मेला क्षेत्र में स्थापना कर रही है. ये केन्द्र खोये हुये तीर्थयात्रियों के उनके परिवारों और मित्रों से फिर मिलाएगी.


7- स्वास्थ्य सेवाएं- 10 सुपर स्पेशालिटी डिपार्टमेंट्स न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, इन्डोक्रइनोलॉजी, यूरोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, आनको सर्जरी एवं सीटीवीएस गैस्ट्रोइन्ट्रोलॉजी एवं कार्डियोलॉजी के गंभीर रोगियों के लिये विशिष्टि उपचार प्रदान करते हैं. आपदा की स्थिति के साथ व्यवहार करने के लिये 40 बिस्तरो का एक ट्रामा केयर सुविधा सम्पन्न ट्रामा सेन्टर बनाये गये हैं.


8- बाढ़- कुंभ मेला के दौरान बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए भी इंतजाम किए गए हैं. बाढ़ प्रतिक्रिया तंत्र लाइफबाय, लाइफ जैकेट्स, जेट्टी, सोनार सिस्टम, नावें आदि जैसे खतरा कम करने वाले उपकरणों के साथ तैयार किये गये हैं.


9- भगदड़- मेले के दैरान भीड़ के बीच अगर भगदड़ होती है तो इसके लिए भी प्रशासन ने तैयारी कर ली है. जलने की उपस्तियां, डूबना, भगदड़ इत्यादि की दशा में समर्पित डाक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ को टीम के विशेष किटों के साथ आपदा प्रबंधन सुविधाओं से युक्त नियोजित किये गये हैं.